Siddharthnagar News: पूरी रात घर घर मातम कर मनाया गया कर्बला के शहीदों का बिसवां

Siddharthnagar News: हर व्यक्ति ग़मज़दा नज़र आया और श्रद्धालुओ की आंखों से आंसू निकल रहे थे। पूरी रात पूरे कस्बे में घर घर मातमी दस्ता घूम घूमकर नौहा मातम करता हुआ कर्बला के शहीदों को नजराने अक़ीदत पेश करता रहा।

Update:2023-08-18 12:42 IST
Siddharthnagar News (photo: social media )

Siddharthnagar News: पैगम्बरे रसूल मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके साथ कर्बला में शहीद 72 शहीदों का बीसवां पूरी अक़ीदत व शिद्दत के साथ मनाया गया। फ़िज़ां में या हुसैन या हुसैन या अली या अली की सदाएं गूंजती रही। हर व्यक्ति ग़मज़दा नज़र आया और श्रद्धालुओ की आंखों से आंसू निकल रहे थे। पूरी रात पूरे कस्बे में घर घर मातमी दस्ता घूम घूमकर नौहा मातम करता हुआ कर्बला के शहीदों को नजराने अक़ीदत पेश करता रहा।

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गुरुवार की शाम डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के शिया बाहुल्य कस्बा हल्लौर स्थित इमाम बारगाह हुसैनिया फ़हम में मर्सिया आयोजित हुई। मर्सियख्वानी के फ़रायज़ को शाहिद आलम व हमनवा और मजलिस को जमाल हैदर करबलाई ने खिताब करते हुए जनाबे अली अकबर पर प्रकाश डालते हुए कर्बला के शहीदों का वाक्या बयान किया।

मर्सिया मजलिस के बाद अलम तबुर्रकात के साथ मातमी दस्ता अंजुमन गुंचा मातम द्वारा निकाला गया। जो पूरे कस्बे में जगह जगह मातम करता हुआ सुबह करीब 8:30 बजे हुसैनिया फ़हम में आकर मजलिस के बाद खत्म हुआ। इसी तरह इमामबाड़ा सेठबाबा मरहूम में मर्सिया मजलिस हुई। मर्सियख्वानी हैदरे कर्रार व हमनवा व मजलिस को ज़ाकिरे अहलेबैत अज़ीम हैदर ने मोअद्दत और मोहब्बत का ज़िक्र करते हुए हज़रत इमाम हुसैन अस की शहादत का मंज़र बयान किया। इमाम हुसैन की शहादत का ज़िक्र सुनकर अजादार रोने लगे। मजलिस के बाद अलम ताबूत जुलजनाह का मातमी दस्ता अंजुमन उरूज मातम के तत्वावधान में निकाला गया।

जुलूस पूरे कस्बे में नौहा मातम के साथ सोमवार सुबह करीब 8:00 पर मजलिस के बाद खत्म हुआ। जुलूस में सावन हल्लौरी, आले रज़ा, आलम, आरज़ू, हसन जमाल, मोहम्मद हैदर, फरहान, औन, मंज़र, डॉ कायनात हल्लौरी, रज़ा, शकील गुड्डू, नौशाद हल्लौरी, फ़ज़ले लल्ला आदि ने नौहा पढ़ा जिस पर अक़ीदतमंदो ने पूरे जोश खरोश से मातम किया। इस दौरान हल्लौर के घर घर व इमाम बारगाह में मजलिस आयोजित की गई। अक़ीदतमंदो ने नौहा मातम कर कर्बला के शहीदों को खिराजे अक़ीदत पेश किया। हज़रत इमाम हुसैन की सवारी की शबीह जुलजनाह की ज़ियारत के लिए महिलाओं व पुरुषों का हुजूम हुसैनिया फ़हम व सेठ बाबा में उमड़ पड़ा। मातमदारों के लिए कस्बे में जगह जगह चाय, सबीले हुसैन, पानी, फ्रूट जूस, व अन्य कई तरह के स्टाल लगाए गए थे।

ये रहे उपस्थित

इस दौरान कामयाब हैदर एडवोकेट, अली ताहिर राजा, अलमदार हुसैन, शाहनवाज़, जिप्पू, मैक्स, इंतेज़ार हुसैन शबाब, शायान, शाहिद रिज़वी, फहीम हैदर, शकील, नफ़ीस एडवोकेट, नफीसुल हसन, तसकीन हैदर, मेंहदी हैदर पप्पू, अलमदार हुसैन, बदलू हलचल, नफीसुल हसन, नौशा, अक़ील हैदर, असग़र जमील, काज़िम रज़ा, जलाल अहमद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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