लखनऊः सोशल एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने आरोप लगाया है कि उन्होंने आईएएस दीपक सिंघल के खिलाफ शासन से शिकायत की थी, लेकिन जांच कराने की जगह सपा सरकार ने दीपक को सूबे का नया चीफ सेक्रेटरी बना दिया। उन्होंने अपनी शिकायत की तत्काल जांच कराने की मांग की है।
नूतन के आरोप क्या?
-नूतन ठाकुर ने सीएम अखिलेश यादव को पत्र भेजा है।
-उन्होंने कहा है कि 13 जून 2014 को उन्होंने दीपक सिंघल से जुड़े तीन ऑडियो के यू-ट्यूब लिंक की जांच का अनुरोध किया था।
-एक लिंक में सिंघल और अमर सिंह के बीच शुगर डील, दूसेर में एसईजेड के टेंडर डॉक्यूमेंट, पॉलिसी और लैंड अलॉटमेंट में मनमाफिक बदलाव की चर्चा की बात सामने आ रही है।
-नूतन के मुताबिक दूसरे ऑडियो लिंक में किसी गैस वाली डील, आईएएस संजीव शरण के साथ नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हिस्सेदारी और किसी शासकीय मामले में तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी पर अमर सिंह की ओर से बाहरी दबाव डलवाने की बात है।
-तीसरे टेप में अमर सिंह कथित रूप से दीपक सिंघल को आरडीए के देवेंदर कुमार को साढ़े 96 लाख रुपए पहुंचाने की बात कर रहे हैं।
शपथपत्र के बावजूद जांच नहीं
-नूतन के मुताबिक उनकी शिकायत पर नियुक्ति विभाग के उप सचिव अनिल कुमार सिंह ने 13 नवंबर 2014 को उनसे शपथपत्र मांगा।
-सोशल एक्टिविस्ट का कहना है कि उन्होंने 26 फरवरी 2015 को शपथपत्र भेजा था, लेकिन पूरे मामले की अभी तक जांच नहीं हुई।
-नूतन ठाकुर के अनुसार गंभीर शिकायतों के बाद भी दीपक सिंघल को सूबे का चीफ सेक्रेटरी बना दिया गया।