Sonbhadra News: ग्राम पंचायतों में भुगतान प्रक्रिया में गड़बड़ी मिलने पर संबंधित अधिकारियों से मांगा जवाब

Sonbhadra News: शासन से दिए गए स्पष्ट निर्देश और अधिकारियों की सख्ती के बावजूद ग्राम पंचायतों में भुगतान प्रक्रिया में गड़बड़ी देखने को मिल रही है।

Update: 2022-10-22 14:13 GMT

सफाई अभियान को ठेंगा दिखा रहे सफाई कर्मचारी

Sonbhadra News: शासन से दिए गए स्पष्ट निर्देश और अधिकारियों की सख्ती के बावजूद जिले की कई ग्राम पंचायतों में, आपूर्ति, कार्य एवं टेंडर के भुगतान में मनमानी का क्रम बना हुआ है। निदेशालय स्तर से पिछले सप्ताह की गई समीक्षा में दुद्धी ब्लाक के महुअरिया ग्राम पंचायत में ऐसा ही मामला पकड़ में आने से हड़कंप मच गया है। निदेशालय स्तर से जहां इसको लेकर डीपीआरओ विशाल सिंह से जानकारी तलब की गई है। वहीं डीपीआरओ की तरफ से नोटिस जारी कर एडीओ पंचायत दुद्धी से जवाब मांगा गया है।

जारी निर्देश में कहा गया है कि पूर्व में ही ग्राम पंचायतों के कार्यों को ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड करने और ली गई आपूर्ति और कार्य का भुगतान ग्राम सचिवालय में स्थापित कंप्यूटर के माध्यम से किए जाने का निर्देश और प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके लिए पंचायत गेट वे साफ्टवेयर भी अपलोड कराए जा चुके हैं। बावजूद निदेशालय स्तर से की गई समीक्षा में पाया गया कि दुद्धी के ग्राम पंचायत महुअरिया में, निर्देश की अनदेखी कर भुगतान किया जा रहा है। जबकि पूर्व में जारी निर्देश में, पंचायत सचिवालयों से इतर जाकर भुगतान करने वाले सचिवों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं। जारी नोटिस में कहा गया है कि ग्राम पंचायत महुअरिया में ई-ग्राम स्वराज से संबंधित सभी कार्य ग्राम पंचायत सचिवालय में स्थापित कंप्यूटर से संपादित कराना सुनिश्चित करें। साथ ही इस बात का जवाब मांगा गया है कि किन परिस्थितियों में निदेशालय और अधिकारियों के निर्देश के बाद भी निर्धारित गेटवे के माध्यम से भुगतान की कार्रवाई नहीं की गई। संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर विभागीय कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को प्रकरण संदर्भित करने की भी चेतावनी दी गई है।

कमीशन देने पर हो रहा भुगतान

इन दिनों ग्राम पंचायतों में हो रहे भुगतान को लेकर एक आरोप लगाया  है। कई आपूर्ति कर्ताओं और टेंडर प्रकाशन से जुड़े लोगों का आरोप है कि जो लोग संबंधित पंचायत सचिव को कथित कमीशन की पूर्ति कर रहे हैं, उनका भुगतान पहले कर दिया जा रहा है। वहीं ऐसा न करने वालों को कभी बजट न होने तो कभी नेट में प्राब्लम होने की बात कहकर टाल दिया जा रहा है। लोगों की मानें तो जिले के सभी ब्लाकों में इस तरह की स्थिति बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि अगर ग्राम पंचायतों में किए जा रहे भुगतान का सत्यापन करा लिया जाए तो पता चलेगा कि बाद में आपूर्ति देने या कार्य वाले व्यक्ति को कई ग्राम पंचायतों में पहले ही भुगतान कर दिया गया। जबकि पहले आपूर्ति या काम करने वाले भुगतान के लिए चक्कर लगाने को विवश हैं।

सफाई अभियान को दिखाया ठेंगा, नहीं पहुंचे सफाईकर्मी

सफाई का संदेश देने वाले पर्व दिवाली को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार के निर्देश पर डीएम चंद्रविजय सिंह की तरफ से पूरे जिले में सफाई अभियान चलवाया गया था लेकिन घोरावल ब्लाक के जमगाईं ग्राम पंचायत के पिपरी नंबर एक गांव में सफाई अभियान को ठेंगा दिखाते हुए निर्धारित तिथि को सफाईकर्मियों को, सफाई के लिए न पहुंचने का तो आरोप लगाया ही जा रहा है, ग्रामीणों द्वारा संबंधितों से शिकायत के बावजूद धनतेरस के दिन भी गांव में झाड़ू नहीं लगाई जा सकी। इसके चलते गांव की सड़क और गलियों में जहां जगह-जगह कूड़े का ढेर बना हुआ है। वहीं यहां के प्राथमिक विद्यालय परिसर में भी गंदगी पसरी हुई है। एडवोकेट अखिलेश मिश्रा, संजय, भोले, रविदास आदि का कहना था कि पिछले चार-पांच माह से पिपरी नंबर एक गांव की परिधि में किसी भी सफाईकर्मी के दर्शन नहीं हुए हैं। चलाए जा रहे अभियान में 20 अक्टूबर को यहां सफाई की तिथि निर्धारित की गई थी लेकिन न तो कोई सफाईकर्मी पहुंचा, न ही इसकी निगरानी से जुड़ा अधिकारी-कर्मचारी। ग्रामीणों का कहना है कि इसको लेकर शिकायत भी की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इस मामले में जानकारी के लिए एडीओ पंचायत आशुतोष श्रीवास्तव को काल की गई तो उनका फोन कभी नाट रीचबल तो कभी स्वीच्ड ऑफ मिलता रहा। बताते चलें कि डीएम की पहल और सख्ती के चलते जहां जिला समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) रैकिंग में आ चुकी है। वहीं सफाई अभियान को लेकर डीएम की तरफ से दिए गए सख्त निर्देश के बावजूद, संबंधितों की उदासीनता के चलते शिकायतें बनी रह गईं।

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