Sonbhadra: खान विभाग की कार्रवाई में बगैर परमिट मिले 28 वाहन, दो क्रेशर संचालकों सहित कईयों पर FIR

Sonbhadra: शनिवार की रात खान विभाग की कार्रवाई में राबर्ट्सगंज से चोपन के बीच अलग-अलग जगहों पर जांच की। इस दौरान बगैर परमिट 28 वाहन मिले।

Update: 2022-05-22 09:45 GMT

FIR। (Photo- Social Media)

Sonbhadra: सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की तरफ से रोड माफियाओं के खिलाफ अंकुश के दिए गए कड़े निर्देश का सोनभद्र में असर दिखने लगा है। शनिवार की रात खान विभाग (Mines Department) की अगुवाई वाली टीम ने राबर्ट्सगंज से चोपन के बीच अलग-अलग जगहों पर जांच की। इसमें 23 वाहनों पर जहां अवैध गिट्टी-बालू लोड पाया गया। वहीं दो पर ओवरलोड, दो पर खनिज नियमों के उल्लंघन और एक का संचालन फर्जी परमिट के जरिए किए जाने का मामला सामने आया है। वहीं, विभाग की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया।

सोनभद्र से लेकर गोरखपुर से जुड़े तार

छानबीन आगे बढ़ी तो पता चला कि इसके तार सोनभद्र से लेकर गोरखपुर से जुड़े हुए हैं। वाहन चालक छविंद्र और फर्जी परमिट के सिंडीकेट से जुड़े गोरखपुर निवासी अमित को पकड़कर पुलिस की अभिरक्षा में सौंपने के साथ ही, बगैर परमिट गिट्टी लोड करने वाले दो क्रशर प्लांट संचालकों सहित कई के खिलाफ एफआईआर कराई गई। वहीं, अवैध परिवहन करते पाए गए वाहनों को भी पुलिस की अभिरक्षा में सौंप दिया गया है। सीएम की सख्ती के 24 घंटे के भीतर हुई बड़ी कार्रवाई से हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। खान अधिकारी और खान विभाग के दो कर्मियों के निलंबन के बाद भी बगैर परमिट और फर्जी परमिट के आधार पर हो रहे वाहनों के संचालन को लेकर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं।

बगैर किसी कागजात के परिहवन करते पाए गए 23 वाहन

पुलिस को दी गई तहरीर और सौंपे गए प्रपत्रों के मुताबिक शनिवार की रात खान सर्वेयर संतोष पाल (mine surveyor santosh pal) की अगुवाई वाली टीम ने पांडे ढाबा और राजपूत ढाबा मारकुंडी, चोपन और बिरला स्कूल के पास पटवध में गिट्टी-बालू लदे ट्रकों-टीपरों की जांच की गई। इस दौरान जहां 23 वाहन बगैर किसी कागजात के परिहवन करते पाए गए। वहीं दो के खिलाफ ओवरलोड का मामला पाया गया। दो के खिलाफ भी परिवहन में गड़बडी की शिकायत सामने आई। इस पर सभी 27 गिट्टी-बालू लदे वाहनों को पुलिस अभिरक्षा में सौंपते हुए, फर्जी परमिट के मामले की जांच की गई।

वाहन चालक ने बताई ये बात

वाहन चालक ने बताया कि सरदार प्लांट के मालिक से फोन पर हुई वार्ता के क्रम में मेसर्स सुरेश स्टोन क्रशिंग कंपनी से गिट्टी लोड की गई। वहां पहुंचने पर क्रशर प्लांट के मुंशी गोविंदा कुमार निवासी बिल्ली बिल्ली स्कूल के पास ने बताया कि परमिट अमित कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी ट्रांसपोर्टनगर, गोरखपुर से दूरभाष पर वार्ता कर लिया गया है। अमित को रंगे हाथ पकड़ने के लिए मुंशी से फोन करवाकर दो अन्य वाहनों पर परमिट लेकर आने को बोला गया। शारदा मंदिर के पास अमित ने पहुंचकर परमिट थमाया। जांच में इसे भी फर्जी पाया गया। अमित ने पूछताछ में बताया कि उसे संदीप मिश्रा और बीनू सिंह द्वारा ईएमएम-11 यानी परमिट दिया जाता है। इस पर अमित को हिरासत में लेकर राबटर्सगंज कोतवाली लाया गया। वहां अमित और वाहन चालक दोनोंा को पुलिस को सौंपते हुए चालक छविंदर, परमिट पहुंचाने वाले अमित, इस सिंडीकेट से जुड़े कथित संदीप सिंह, बीनू सिंह, मेसर्स सुरेश स्टोन क्रसिंग और सरदार स्टोन के संचालक सहित अन्य संलिप्तों के खिलाफ राबर्ट्सगंज कोतवाली (Robertsganj Kotwali) में एफआईआर दर्ज कराई गई। पुलिस को दी गई तहरीर पर सर्वेयर ईश्वर चंद और सर्वेयर संतोष कुमार पाल के अलावा तीन गवाहों ने हस्ताक्षर बनाए हैं।

अधिकारियों का नहीं उठा फोन, तहरीर में दर्ज नंबर में भी मिला झोल

इस कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी के लिए खान अधिकारी के सीयूजी सेलफोन, व्यक्तिगत सेलुलर नंबर, सर्वेयर एसके पाल के सेलफोन पर काल की गई लेकिन रिसीव नहीं हुई। उधर, तहरीर में दर्ज संदीप मिश्रा के मोबाइल नंबर 6392731001 और बीनू सिंह के दर्ज मोबाइल नंबर 7493819940 पर रिपोर्टर ने काल की तो संदीप मिश्रा का नंबर परमिट प्रकाश मिश्रा संदीप के नाम पर शो होता मिला। काल एक महिला ने उठाया। कहा कि वह किसी संदीप को नहीं जानती। वह एक गृहणी है और यह नंबर उसी का है। उसके पति का नाम विमलेश है जो गिट्टी सप्लाई का काम करते हैं। वहीं बीनू सिंह का नंबर बीके (बीनू सिंह) के नाम से शो होता दिखा लेकिन काल रिसीव नहीं हुई।

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