Lucknow Crime: खेत के बोरवेल में मिली किसान की डेड बॉडी, रात में फसल रखवाली के लिए गया था खेत, हत्या की आशंका
Lucknow Crime: मौके पर पहुंचे एसओ निगोहां अनुज कुमार तिवारी और एसीपी मोहनलालगंज ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
Lucknow Crime: निगोहां थानाक्षेत्र के रामपुर गढ़ी जमुनी गांव में शुक्रवार को खेत में रामू (45) शव बोरवेल में पड़ा मिला। किसान रात को खेत में फसल देखने के लिए निकले थे। जबकि सुबह उनका शव 30 फ़ीट गहरे बोरवेल में पड़ा मिला। सुबह खेत पर पहुंचे मृतक के भतीजे करन रावत ने इसकी सूचना 112 डायल कर पुलिस को दी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसओ निगोहां अनुज कुमार तिवारी और एसीपी मोहनलालगंज ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने आसपास से साक्ष्य भी एकत्र किए हैं। मामले की तफ्तीश की जा रही है।
9 बजे खेत पर पहुंचे और 11 बजे दी पुलिस को सूचना
रात में घर से निकले किसान रामू जब अगले दिन सुबह तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। काफी देर तक उनका कोई पता नहीं चला तो भतीजा करना खेत पर पहुंचा। वह दो घंटे तक खेत में तलाश करता रहा लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इसके बाद मृतक के भतीजे ने 112 डायल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन शुरू की और पास में ही बने बोरवेल में भी जाकर देखा। पुलिस ने जब बोरवेल में टॉर्च की रोशनी से देखा तो किसान का शव अंदर पड़ा हुआ था। मामले की सूचना तत्काल अफसरों को दी गई। सूचना के बाद पहुंचे एसओ निगोहां अनुज कुमार तिवारी और एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने गहनता से घटनास्थल का निरीक्षण किया। साथ ही शव को पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
ये साक्ष्य कर रहे हत्या की ओर इशारा
न्यूज़ट्रैक सूत्रों का कहना है कि परस्थितिजन्य साक्ष्य हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं। पुलिस को बोरवेल के अंदर से जली हुई मृतक की चप्पल और पुआल मिली है। इसके अलावा मृतक के पैरों की अंगुलियां भी झुलसी हुई थी। मृतक का मोबाइल भी उसके पास से गायब है। सूत्रों का कहना है कि किसान की हत्या की गई है। ग्रामीण भी हत्या की आशंका जता रहे हैं। एसओ निगोहां अनुज कुमार तिवारी ने कहा कि पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया गया है। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्रित किए हैं। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।
सम्पत्ति विवाद भी हो सकता है वजह
विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि करीब 20 साल पहले रामू का उसकी पत्नी से विवाद हो गया था। इसके बाद से उसकी पत्नी रकीबाबाद स्थित अपने मायके चली गई। साथ में बड़ा बेटा धर्मेश और छोटा बेटा दुर्गेश भी ननिहाल में ही रह रहे थे। हालाँकि, बेटी जूली अपने पिता के साथ ही रह रही थी। पत्नी ने रामू पर डीपी एक्ट के तहत केस भी दर्ज कराया था। हालाँकि रामू वह केस जीत गया। बातचीत में पता चला है कि मृतक के भाई कमलेश के पास एक बीघे जमीन थी जबकि मृतक के पास उसकी और माँ की हिस्से की कुल दो बीघे जमीन थी। काफी दिनों से अपनी माँ के साथ रह रहा छोटा बेटा दुर्गेश एक महीने पहले अपने पिता के पास आ गया। हालाँकि चार दिन पहले वह जमीन विवाद के चलते पिता से झगड़ा कर के वापस चला गया। ग्रामीण आशंका जता रहे हैं कि जमीन के चक्कर में बेटे ने ही वारदात को अंजाम दिया है।
10 साल पहले पिता तो अब बेटे का शव बोरवेल में मिला
स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब 10 साल पहले रामू के पिता छोटी रावत का शव भी इसी बोरवेल में मिला था। अब रामू का शव भी बोरवेल में ही मिला है। पिता भी खेत की रखवाली करने गए थे और सुबह उनका शव मिला था। पहले पति की मौत उसके बाद बेटे की असमय मौत हो जाने के चलते मृतक की बूढ़ी माँ की देखभाल करने वाला भी कोई नहीं बचा है। पत्नी के विवाद से बाद रामू की बेटी जूली उनके साथ रहती थी लेकिन चार साल पहले उसका भी विवाह हो गया। ऐसे में अब रामू की माँ पूरी तरह से अकेले पड़ गई हैं। बेटे की मौत की खबर से रो-रो कर उनका बुरा हाल है।