Sonbhadra: फर्जी रिलीज आर्डर पर छोड़े गए ट्रकों का रिकर्ड तलब, डीएम ने मांगी रिपोर्ट
Sonbhadra: ट्रकों को फर्जी रिलीज आर्डर के जरिए छुड़ाए जाने पर डीएम चंद्रविजय सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गाड़ियों से जुड़े रिकॉर्ड और इसको लेकर पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है।;
Sonbhadra: खनन, वाणिज्य कर विभाग और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम की तरफ से सीज कर जिले के विभिन्न थानों में खड़ा कराए गए बालू-गिट्टी लदी ट्रकों को फर्जी रिलीज आर्डर के जरिए छुड़ाए जाने के खुलासे के बाद जिले से लेकर परिवहन विभाग (transport Department) के मुख्यालय तक हड़कंप मच गया है। परिवहन आयुक्त स्तर से जहां इसको लेकर सारी जानकारी तलब करते हुए, कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
डीएम ने मांगी फर्जी रिलीज आर्डर छोड़ी गई गाड़ियों से जुड़े रिकॉर्ड
वहीं, डीएम चंद्रविजय सिंह (DM Chandravijay Singh) ने भी प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए, फर्जी रिलीज आर्डर (fake release order) पर छोड़ी गई गाड़ियों से जुड़े रिकॉर्ड और इसको लेकर पूरी रिपोर्ट तलब कर ली है। बुलाए जाने के बावजूद डीएम के यहां रिकर्ड के साथ उपस्थित न होने के लिए एआरटीओ प्रशासन पीएस राय को फटकार लगाते हुए, उन्हें डीएम के यहां व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्थिति से अवगत कराने के लिए कहा गया है। उधर, मामले को लेकर मिर्जापुर से लेकर लखनऊ तक के अफसरों के फोन जिले के एआरटीओ दफ्तरों के यहां घनघनाते रहे। वहीं राबटर्सगंज, चोपन सहित विभिन्न थानों से फर्जी रिलीज आर्डर पर छोड़ी गई गाड़ियों से जुड़ा रिकर्ड जुटाया जाता रहा।
चोपन थाने से फर्जी रिलीज आर्डर पर 18 वाहन छोड़े
सूत्र बताते हैं कि महज चोपन थाने से फर्जी रिलीज आर्डर पर 18 वाहन छोड़े जाने की बात सामने आई है। राबटर्सगंज कोतवाली से भी छोड़े गए वाहनों की संख्या अच्छी-खासी बताई जा रही है। बताया जाता है कि मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम ने बुधवार को ही एआरटीओ प्रशासन को तलब कर दिया था लेकिन वह स्वयं न जाकर, व्यस्तता का बहाना बनाते हुए, एआरटीओ प्रवर्तन के जरिए महज चोपन थाने से 18 वाहनों को फर्जी रिलीज आर्डर पर छोड़े जाने की रिपोर्ट डीएम के यहां भेजवाई। इस पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने जहां फर्जी रिलीज आर्डर पर छुड़ाए गए अब तक सभी वाहनों के बाबत रिपोर्ट तलब कर ली। वहीं बृहस्पतिवार को एआरटीओ प्रशासन, एआरटीओ प्रवर्तन और आरआई तीनों अफसर कार्यालय छोड़कर, इससे जुड़े रिकर्ड खंगालने में लगे रहे।
जानकारी के लिए एआरटीओ से ही संपर्क करना पड़ेगा: आरआई
इस मामले को लेकर की जा रही कार्रवाई के बाबत जानकारी के लिए एआरटीओ पीएस राय (ARTO PS Rai) के सेलफोन पर संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए। वहीं आरआई आलोक यादव (RI Alok Yadav) का कहना था कि जानकारी के लिए एआरटीओ से ही संपर्क करना पड़ेगा।
रिकॉर्ड के साथ पूरी रिपोर्ट की है तलबः डीएम
वहीं, डीएम चंद्रविजय सिंह का कहना था कि रिकॉर्ड के साथ पूरी रिपोर्ट तलब की है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। अगर इसमें विभागीय कर्मियों की संलिप्तता मिलती है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि महज मई-जून माह में फर्जी रिलीज आर्डर पर 386 वाहनों को छोड़े जाने का मामला सामने आने के बाद से, परिवहन महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। वहीं आरटीओ प्रवर्तन मिर्जापुर राजेश वर्मा की प्रारंभिक जांच में ऐसे कई वाहनों का मामला प्रकाश में आने के बाद आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी की तरफ से, एआरटीओ सोनभद्र को प्रकरण से डीएम-एसपी को अवगत कराते हुए एफआईआर कराने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
अफसरों की चुप्पी पर उठे रहे सवाल
एक तरफ जहां मंडलीय दफ्तर से लेकर राजधानी स्तर से मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं जिले के दफ्तर में तैनात परिवहन विभाग के अफसरों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है। इस खेल में जहां कुछ विभागीय कर्मियों के संलिप्तता की तेजी से चर्चा बनी हुई है। वहीं इस बारे में जानकारी के लिए तथा लोगों द्वारा विभागीय कर्मियों पर उठाए जा रहे सवाल के बाबत काल और मैसेज दोनों के जरिए एआरटीओ प्रशासन पीएस राय से जानकारी चाही गई तो कोई जवाब नहीं मिला।