Sonbhadra News: सोलर इन्वर्टर-बैटरी पैनल खरीद में हड़प ली गई लाखों की रकम, मांगी गई जांच रिपोर्ट
Sonbhadra News: ग्राम पंचायत में कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती के साथ ही कार्य के लिए ₹175000 की कीमत वाले कुल सामान की खरीद से जुड़ा हुआ है।
Sonbhadra News: जिले के ग्राम पंचायतों में बेंच घोटाले के बाद, अब एक और घोटाले की पटकथा सामने आने लगी है। सभी 629 ग्राम पंचायतों में बाजार दर से काफी अधिक कीमत पर सोलर इनवर्टर और बैटरी पैनल के खरीद की हुई शिकायत में हड़कंप मचा दिया है। कम क्षमता का इनवर्टर और बैटरी पैनल लगाकर लाखों रुपए के बंदरबांट/ घोटाले का आरोप लगाया जा रहा है। इसको देखते हुए डीपीआरओ विशाल सिंह ने जिले के सभी एडीओ पंचायतों से तीन दिन के भीतर अभिलेखीय और स्थलीय जांच रिपोर्ट तलब कर ली है।
ग्राम पंचायतों में सामग्री खरीद में बंदरबांट का मामला सिर्फ सोलर इनवर्टर और बैटरी पैनल तक ही नहीं सिमटा हुआ है बल्कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में कंप्यूटर ऑपरेटर की तैनाती के साथ ही कार्य के लिए ₹175000 की कीमत वाले कुल सामान की खरीद से जुड़ा हुआ है। नियमत: एक लाख या इससे ऊपर की खरीद के लिए टेंडर होना जरूरी है लेकिन ऐसा न कर खरीद को टुकड़ों में बांट दिया गया। चर्चा है कि पर्दे के पीछे जिले से लेकर प्रदेश तक के जिम्मेदारों के चहेतों ने भूमिका निभाई और आपूर्ति को टुकड़ों में बंटवाकर अच्छी खासी बंदरबांट कर ली गई। अब जब सोलर इनवर्टर और बैटरी पैनल खरीद मे अनियमितता का मामला उछलने लगा है तो बगैर टेंडर की गई पूरी खरीद पर सवाल उठने लगे हैं।
दावा किया जा रहा है इनवर्टर और बैटरी पैनल में ही 50 लाख से अधिक की धनराशि घोटाले की भेंट चढ़ गई है। अगर पूरी आपूर्ति की जांच हो गई तो यह धनराशि करोड़ों में पहुंच सकती है। बता दें कि जिले के सभी 629 ग्राम पंचायतों में कुल लगभग 17 करोड़ की धनराशि से सोलर इनवर्टर पैनल एवं अन्य सामग्री की खरीद की गई है।
इसे बनाया गया है गड़बड़ी के दावे का आधार
आरोप लगाया जा रहा है कि ज्यादातर ग्राम पंचायतों में 75 एम्पियर की दो बैटरी 11 वाट का एक इनवर्टर, 100 वाट का दो सोलर प्लेट लगाया गया है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 24500 रुपये बताई जा रही है। वहीं इसका भुगतान प्रति सेट 13000 से 13500 रुपये ज्यादा किया गया है। कुल 629 ग्राम पंचायतों के हिसाब से महज सोलर इनवर्टर और बैटरी पैनल खरीद में लगभग 85 लाख के घोटाले का दावा किया जा रहा है।
सीएम योगी ने देखा था आदर्श पंचायत सचिवालय का सपना
पिछले वर्ष जब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रधानों के निर्वाचित होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक गांव में आदर्श सचिवालय बनाने का सपना संजोया था। इसी क्रम में ग्राम पंचायतों को इंटरनेट सेवा से जोड़ने और इसकी सुविधा कंप्यूटर ऑपरेटरों के जरिए पंचायत सचिवालय पर उपलब्ध कराने के लिए 1.75 लाख की धनराशि से जरूरी सामग्रियों की खरीदारी का बजट निर्धारित किया गया। लगभग 38हजार रुपये में उच्च क्षमता की करीब 150 एम्पियर की दो ब्रांड्स बैटरी, एक उच्च क्षमता का ब्रांडेड सोलर इनवर्टर और 300 वाट का सोलर प्लेट लगाने की व्यवस्था दी गई। आरोप है कि इसके उलट 75 -75 एम्पियर की दो बैटरी और 100 वाट के दो सोलर प्लेट लगा, इसके लिए निर्धारित बजट की पूरी राशि खर्च कर दी गई। अभी पंचायत भवनों पर पंचायत सहायकों का प्रशिक्षण न होने से कम्प्यूटर वर्क ज्यादा नहीं हो पा रहा है। इस कारण सोलर बैटरी और पैनल का पूरी क्षमता से उपयोग नहीं हो पा रहा है लेकिन जैसे ही पंचायत सहायक, पंचायत भवन पर कंप्यूटर ऑपरेटर की भी भूमिका निभाने लगेंगे, उसी दिन से सोलर इनवर्टर और बैटरी पैनल के जवाब देने की स्थिति बनने लगेगी।