Sonbhadra News: फर्जी नंबर प्लेट के जरिए लाया जा रहा चोरी का कोयला, पुलिस ने किया तीन गिरफ्तार

Sonbhadra News: गत सोमवार की शाम शक्तिनगर में बगैर तिरपाल लदे कोयला ढुलाई की ट्रकों-ट्रेलरों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर एमपी से चोरी का कोयला सोनभद्र में लाकर डंप किए जाने की बात सामने आई है।

Update: 2022-08-03 14:07 GMT

पकड़े गए आरोपी। 

Sonbhadra: सोनभद्र-सिंगरौली सीमा क्षेत्र (Sonbhadra-Singrauli border area) में जड़ जमाए कोयला तस्करों के सिंडीकेट को लेकर रोजाना नए खुलासे सामने आ रहे हैं। ताजा खुलासा शक्तिनगर पुलिस की तरफ से सामने आया है।

गत सोमवार की शाम शक्तिनगर में बगैर तिरपाल लदे कोयला ढुलाई कर रहे वाहनों की चेकिंग के दौरान पकड़ में आए दो वाहनों के जरिए सामने आए खुलासे ने हड़कंप की स्थिति पैदा कर दी है। इसके जरिए जहां ट्रकों-ट्रेलरों में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर एमपी से चोरी का कोयला सोनभद्र में लाकर डंप किए जाने की बात सामने आई है।

वहीं, यहां कोल माफियाओं की तरफ से बनाए गए कथित कोल यार्डों के जरिए पूर्वांचल के विभिन्न हिस्सों के साथ ही, कई राज्यों के लिए कोयले की तस्करी किए जाने की बात, जहां एक बार फिर से सुर्खियां बटोरने लगी हैं। वहीं इस खेल में अग्रवाल सिंडीकेट की संलिप्तता सामने आने के बाद, कई सफेदपोशों को भी गर्दन फंसने का डर सताने लगा है।

ये है पूरा मामला

शक्तिनगर थानाध्यक्ष नागेश सिंह (Shaktinagar Police Station Nagesh Singh), जिले की सीमा पर एमपी के सिंगरौली जिले की तरफ से आने वाले वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। तभी कोयला लदे दो ट्रेलर बगैर तिरपाल लदे पहुंचे। इसको लेकर उन्हें रोका गया और कोयला व वाहन के कागजात की मांग की गई लेकिन चालक कोई कागजात नहीं दिखा पाए। कोयला चोरी का शक होने पर वाहन को थाने में खड़ा करने के बाद चालकों को हिरासत में ले लिया गया।

वहीं, चालकों से मिली जानकारी के आधार पर वाहन स्वामी अवधेश शाह निवासी नवजीवन विहार, विंध्यनगर, सिंगरौली की तलाश की गई तो वह अपनी कार में खड़िया तिराहे पर मौजूद मिला। उसे थाने लाकर पूछताछ की गई तो पता चला कि उसके वाहनों में जो नंबर प्लेट लगाए गए हैं, वह फर्जी हैं।

कोल माफिया ने इसके लिए दिया था डबल पैसे का लालच

पूछताछ में अवधेश शाह ने पुलिस को बताया कि फर्जी नंबर प्लेट लगाने के लिए अनपरा निवासी कोल माफिया नारायण अग्रवाल ने उसे डबल पैसा देने का लालच दिया था। इस कोयले को उसने सिंगरौली के बरगवां से भेजा था और अनपरा क्षे़त्र के उसके बताए कोल यार्ड में उतारना था। लोगों की मानें तो अग्रवाल सिंडीकेट की तरफ से अनपरा के डिबुलगंज में एक अवैध कोल यार्ड का भी संचालन किया जा रहा है। वहां चोरी का कोयला डंप कर, डीओ यानी ई-ऑक्शन वाले कागजात पर चंधासी मंडी के साथ ही पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों और दूसरे राज्यों में कोयला ले जाया जाता है।

तीन किए जा चुके हैं गिरफ्तार

पिछले दिनों नारायणपुर में एटीएस की छापेमारी में जहां कोयला तस्करी का बड़ा खेल सामने आया था। वहीं इसमें शामिल अन्य के साथ चोरी के कोयले को नंबर एक में परिवहन के लिए ई-आक्शन का कागजात देने वाले धनंजय सिंह को भी पकड़ा गया था। एटीएस ने गैर प्रांत से आकर अनपरा में रह रहे नारायण अग्रवाल की तरफ से भी कोयला तस्करी का सिंडीकेट चलाए जाने का खुलासा किया था लेकिन अभी तक उसके खिलाफ सीधी कार्रवाई सामने नहीं आ सकी थी। अब जब पुलिस ने उसकी सीधी संलिप्तता उजागर की है तो उससे जुड़े सिंडीकेट में जहां हड़कंप की स्थिति बन गई हैं।


वहीं, पुलिस के मुताबिक फिलहाल इस मामले में अवधेश शाह निवासी नवजीवन विहार, थाना विन्ध्यनगर, सोनू यादव और बच्चूलाल यादव निवासी गुंदवाली, थाना बैढन, सिंगरौली को गिरफ्तार कर लिया गया है। कोल माफिया नारायण की तलाश जारी है। इस तस्करी के रैकेट में और कौन-कौन शामिल है, इसका भी पता लगाया जा रहा है।

बता दें कि अनपरा क्षेत्र के डिबुलगंज, बैरपान, पिपरी क्षेत्र के लभरीगाढ़ा, हाथीनाला क्षेत्र के मालोघाट, चोपन क्षेत्र के गुरमुरा, जिला मुख्यालय क्षेत्र के पकरी, सुकृत क्षेत्र में मिर्जापुर सीमा से सटे पहाड़ी सहित अन्य जगहों पर अवैध और कटिंग के कोयले का भंडारण कर, कोलयार्ड और डीओ के कागजात के जरिए, कोल तस्करी किए जाने की बात लंबे समय से चर्चा में है।

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