Sonbhadra News: महिलाओं की अगुवाई में लड़ी जाएगी कुपोषण से जंग, मुख्यालय से शुरूआत
Sonbhadra News Today: जिला मुख्यालय पर यूनिट का शुभारंभ कर इस पहल को पूरी तरह से मूर्तरूप देने की दिशा में कदम तेजी से आगे बढ़ा दिए गए हैं।
Sonbhadra News: कुपोषण के मामले में संवेदनशील जनपद का दर्जा रखने वाले सोनभद्र में अब महिलाओं की अगुवाई में, कुपोषण से जंग लड़ी जाएगी। इसके लिए जहां प्रत्येक ब्लाक में महिला उद्यमियों-महिला कर्मियों की अगुवाई में बाल पोषाहार यूनिट स्थापित करने का लक्ष्य तय किया गया है। वहीं जिला मुख्यालय पर यूनिट का शुभारंभ कर इस पहल को पूरी तरह से मूर्तरूप देने की दिशा में कदम तेजी से आगे बढ़ा दिए गए हैं।
इस पहल की अगुवाई जहां स्वयंसेवक समूह से जुड़ी महिलाओं को सौंपी गई है। वहीं प्रत्येक यूनिट में काम करने वाले कर्मी भी महिलाएं ही रहेंगी। प्रत्येक यूनिट में एक मैनेजर और एक गार्ड की भी व्यवस्था दी गई है।
इसके लिए सभी को प्रत्येक माह एक निश्चित मानदेय भी प्रदान किया जाएगा। जिले में ही तैयार होने वाले पोषाहार के जरिए बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने की मुहिम तो चलाई ही जाएगी, महिलाओं को रोजगार की दृष्टि से भी इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यह है प्लान, ऐसे योजना को दिया जा रहा मूर्तरूप
बताते चलें कि जिले में दो हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों से जुड़े बच्चों को प्रत्येक माह बाल पोषाहार वितरित किया जाता है लेकिन कई बार जहां पोषाहार देर से पहुंचता है, वहीं उसकी क्वालिटी को लेकर भी यदा-कदा सवाल उठते रहते हैं।
इसको दृष्टिगत रखते हुए, जहां जिले में ही बाल पोषाहार तैयार कर, उसकी प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों पर समय से पहुंच की योजना बनाई गई है, वहीं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत, यह पहल महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने वाली साबित हो, इस पर भी काम किया जा रहा है।
प्रत्येक यूनिट 40 महिलाओं को देगी रोजगार, मिलेगा मानदेय
फिलहाल प्रत्येक ब्लाक में यूनिट को स्थापित करने की योजना बनाई गई है। राबटर्सगंज ब्लाक के पसही में प्रकाश प्रेरणा महिला लघु उद्योग के जरिए इसका शुभारंभ भी कर दिया गया है। यहां पांच टन प्रतिदिन क्षमता वाला प्लांट लगाया गया है।
प्रत्येक प्लांट में 20-20 महिलाएं दो शिफ्ट में काम करेंगी। प्रत्येक को इसके लिए आठ हजार मानदेय प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा प्रत्येक यूनिट में एक-एक मैनेजर और एक-एक गार्ड की नियुक्ति रहेगी। एकाउंट की जरूरत सीए के जरिए पूरी की जाएगी।
एनआरएल के जिला प्रबंधक एमजे रवि ने बताया कि बभनी, चोपन, दुद्धी के लिए भी मशीनें आ गई हैं। ट्रांसफार्मर स्थापित कर दिया गया है। विद्युत कनेक्सन की प्रक्रिया जारी है। जैसे ही कनेक्सन जुड़ता है, उपरोक्त तीनों ब्लाक मुख्यालयों पर भी बाल पोषाहार प्लांट का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
बताया कि म्योरपुर में भी प्लांट स्थापना की तैयारियां पूरी कर ली गई है। ट्रांसफार्मर स्थापित कर लिया गया है। मशीन मंगाई गई है। कहा कि इसी तरह शेष ब्लाक मुख्यालयों पर भी बाल पोषाहार यूनिट स्थापित करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।