Sonbhadra News: परिवहन मंत्री के निर्देश के बाद भी अधिकारियों ने नही की कार्रवाई, पकड़ा था नंबर प्लेट का फर्जीवाड़ा
Sonbhadra News: सोनभद्र के दौरे पर आए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की तरफ से वापसी के समय रास्ते में नंबर प्लेट का फर्जीवाड़ा पकड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
Sonbhadra News: सोनभद्र के दौरे पर आए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की तरफ से वापसी के समय रास्ते में नंबर प्लेट का फर्जीवाड़ा पकड़े जाने का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। हैरत की बात यह है कि नंबर प्लेट का फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद, मंत्री ने चालक सहित ट्रक को पकड़ कर वहां मौजूद अधिकारियों के हवाले कर दिया। तत्काल एफआईआर के भी निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह फर्जीवाड़ा सामने आया उस समय मंत्री के काफिले के साथ उप परिवहन आयुक्त वाराणसी अशोक कुमार सिंह भी मौजूद थे। बावजूद इस मामले में अब तक सिर्फ वाहन सीज करने की ही कार्रवाई सामने आई है।
फर्जीवाड़े का तरीका देख मंत्री भी रह गए थें दंग, वाहन पर अंकित था एक पूर्व विधायक का जिक्रः बताते हैं कि शनिवार की शाम जब मंत्री का काफिला वाराणसी की तरफ वापस जा रहा था। उसी दौरान हिंदुआरी तिराहे से तेंदू के बीच में खनिज लदा ट्रक आधा-अधूरा नंबर प्लेट लगा वाराणसी की तरफ जाता दिखा। यह देख परिवहन मंत्री दंग रह गए। उन्होंने तत्काल वाहन को वहीं रोकवाया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तब तक चालक ने फुर्ती दिखाते हुए, पूरा नंबर प्लेट टांग दिया। पहले नंबर प्लेट गड़बड़ नजर आने, वाहन रूकने पर नंबर प्लेट पूरा लगा देख एकबारगी मंत्री का भी माथा चकरा गया। यह देख मौजूद लोगों ने नंबर प्लेट आगे खिंचा तो चुंबक के जरिए नंबर प्लेट चिपकाया देख, वहां मौजूद हर शख्स दंग रह गया। वाहन पर वाराणसी के एक पूर्वी विधायक का भी जिक्र अंकित मिला। बताते हैं कि मंत्री ने चालक सहित वाहन को परिवहन विभाग के अधिकारियों के हवाले करने के साथ ही तत्काल वाहन को सीज करने और एफआईआर कराने का निर्देश दिया।
मंत्री की मौजूदगी के बाद भी बगैर नंबर की दौड़ रही थी ट्रकें, उन्हीं के दावे की उनके अधिकारियों ने निकलवा दी हवाः एक तरफ जहां दो दिन से परिवहन मंत्री सोनभद्र में मौजूद थे। वहीं, नंबर प्लेट का फर्जीवाड़ा सामने आने के एक दिन पूर्व ही उन्होंने पत्रकारों के सामने इस पर जल्द प्रभावी अंकुश लगाने के दावे किए थे। ट्रकों पर जीपीएस लगाने सहित कई निर्देश दिए जाने की जानकारी भी दी थी। बावजूद न केवल उनकी मौजूदगी के दौरान सड़कों पर बगैर नंबर प्लेट की ट्रकें दौड़ती मिलीं बल्कि टोल प्लाजा पर बगैर नंबर वाली ट्रकों की रसीद काटने का खेल, बैरियर चेकिंग से लेकर लगातार वाहनों की चेकिंग के किए जा रहे दावों की पोल खोलकर रख दी। हैरत वाली बात यह है कि परिवहन मंत्री के काफिले के साथ परिवहन विभाग के आला अधिकारियों के मौजूद रहने के बावजूद, पुलिस के पास इसको लेकर कोई तहरीर नहीं पहुंच पाई है। एआरटीओ कार्यालय स्तर से मामले को मैनेज करने की कोशिश को लेकर भी चर्चाएं बनी हुई हैं।
एआरटीओ को एफआईआर के दे दिए हैं निर्देश: आरटीओ मिर्जापुर संजय तिवारी ने फोन पर बताया कि जिस वाहन के नंबर प्लेट की गड़बड़ी पकडी गई थी। उसे सीज करा दिया गया है। एआरटीओ सोनभद्र को मामले में पुलिस को तहरीर देने के भी निर्देश दिए गए हैं। वहीं, ज्येष्ठ खान अधिकारी का कहना था कि मामला नंबर प्लेट से जुड़ा हुआ है। इसलिए कार्रवाई परिवहन विभाग को करनी है। वही प्रभारी निरीक्षक बालमुकुंद मिश्रा का कहना था कि अभी उन्हें इस बारे में कुछ तहरीर नहीं मिली है जैसे ही तहरीर मिलती है कारवाई की जाएगी। उधर, कार्रवाई के बारे में जानकारी के लिए एआरटीओ प्रशासन धनबीर यादव के सेलफोन पर कई बार रिंग की गई, मैसेज भी किया गया लेकिन इस पर उनका कोई जवाब नहीं आया।
फर्जीवाड़ा नहीं होगा बर्दाश्त, मामले में दिए गए हैं कड़ी कार्रवाई के निर्देशः परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह की तरफ से सोशल मीडिया पर पकड़े गए फर्जीवाड़े की वीडियो पोस्ट कर कहा गया है कि शनिवार की रात्रि सोनभद्र से वाराणसी आते समय ग़लत नंबर प्लेट लगे वाहन को उन्होंने पकड़ा। वाहन की बाडी भी मानक के विपरीत पाई गई। निरीक्षण के दौरान ये संज्ञान में आया की वाहनों के नम्बर प्लेट में कुछ अंको को मिटा या छिपा दिया जाता है, सही नंबर प्लेट को ड्राइवर निकाल कर अपने साथ रखते हैं एवं ज़रूरत पड़ने पर ही उसका उपयोग करते हैं। ये एक आपराधिक कृत्य है जिसके लिए वाहन स्वामी एवं ड्राइवर के विरुद्ध एफ़आईआर करवाने व वाहन को सीज करने का आदेश अधिकारियों को दिया गया है। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।