Sonbhadra News: रिश्वत लेने वाले कानूनगो को किया गया निलंबित, वायरल वीडियो के जांच के आधार पर की कार्रवाई

Sonbhadra News: एडीएम नमामि गंगे आशुतोष द्विवेदी ने जमीन की नापी के नाम पर रिश्वत लेने वाले सदर कानूनगो घनश्याम वर्मा को निलंबित कर दिया गया है।

Update: 2022-11-24 14:59 GMT

Sonbhadra News Today: जमीन की नापी के नाम पर रिश्वत लेने वाले सदर कानूनगो घनश्याम वर्मा को वायरल वीडियो और उसको लेकर न्यूज़ट्रैक द्वारा चलाई गई खबर का संज्ञान लेते हुए निलंबित कर दिया गया है। एसडीएम सदर रमेश कुमार की प्रारंभिक जांच के आधार पर एडीएम नमामि गंगे आशुतोष द्विवेदी की तरफ से यह कार्रवाई की गई है। निलंबन अवधि के लिए उन्हें दुद्धी तहसील से अटैच किया गया है और आगे की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी दुद्धी एसडीएम शैलेंद्र मिश्रा को सौंपी गई है।

मीन नापी के नाम पर किसान से रिश्वत लिए जाने का वीडियो हुआ था वायरल

बताते चलें कि सदर कानूनगो द्वारा एक सैलून में जमीन नापी के नाम पर एक किसान से रिश्वत लिए जाने का वीडियो बुधवार को सामने आया तो हड़कंप मच गया। न्यूज़ ट्रैक ने खबर के जरिए इस मसले को प्रमुखता से उठाया तो प्रशासन की तरफ से इसकी जांच शुरू कर दी गई। एसडीएम सदर रमेश कुमार ने प्रारंभिक जांच में आरोपों को सही माना और इसके रिपोर्ट एडीएम नमामि गंगे आशुतोष द्विवेदी को सौंपते हुए कार्रवाई की संस्तुति की। इसका संज्ञान लेते हुए देर शाम एडीएम नमामि गंगे की तरफ से आरोपी सदर कानूनगो को निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि तक के लिए कानूनगो को दुद्धी तहसील से संबद्ध किया गया है। साथ ही दूद्धी एसडीएम शैलेंद्र मिश्रा को मामले की विस्तृत जांच करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

ये था मामला, ऐसे सामने आया वीडियो

राबर्ट्सगंज तहसील क्षेत्र के निपराज और गोरारी गांव में जमीन की नापी के लिए, एक किसान ने तहसील प्रशासन से गुहार लगाई। आरोप है कि जब मामला कानूनगो के पास पहुंचा तो उनकी तरफ से नापी के लिए रिश्वत की मांग की गई। वायरल हो रहे कथित वीडियो को लेकर किए जा रहे दावों पर यकीन करें तो संबंधित भूस्वामी, सैलून में डाढ़ी-बाल बनवाने के लिए, सुबह के वक्त पहुंचे सदर कानूनगो से मिला और कथित रिश्वत देते हुए उनसे अच्छी तरीके से नापी किए जाने की गुहार लगाई। जेब से पांच-पांच सौ कई नोट निकालकर, उनके हवाले किया जिसे उन्होंने अपने पैंट की जेब में रख लिया। इस दौरान दोनों की बातचीत में गोरारी और निपराज गांव में 17 विश्वा तथा 14 विश्वा के दो प्लाट का जिक्र भी आया। नगदी देने वाले व्यक्ति, ने नापी के लिए अनुरोध किया तो कानूनगो ने हामी भरने के साथ ही पत्थरगडी का आश्वासन भी दे डाला। दो लेखपालों के साथ अच्छे से नापी करने का भी आश्वासन दिया। बताते हैं कि उसी वक्त किसी ने इस पूरे वाक्य का वीडियो बना लिया। कुछ दिनों तक यह मामला अंदरखाने दबा रहा लेकिन बुधवार को जब यह वीडियो लोगों के सामने आया तो तरह-तरह के सवाल उठने लगे।

डीएम ने तत्काल मामले की जांच कर कार्रवाई के दिए थे निर्देश

एसडीएम रमेश कुमार का कहना था कि वीडियो की सत्यता की जांच की जाएगी। अगर रिश्वत लेने के आरोप सही निकले तो कड़ी कार्रवाई होगी। बता दे कि इस मामले की जानकारी जब डीएम चंद्र विजय सिंह के पास पहुंची तो उन्होंने तत्काल मामले की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। वहीं, एडीएम नमामि गंगे आशुतोष द्विवेदी ने भी सदर एसडीएम रमेश कुमार से पूरी रिपोर्ट तलब कर ली।

मामले पर संज्ञान लेते हुए आरोपी सदर कानूनगो को निलंबित: एडीएम

बृहस्पतिवार की शाम एडीएम नमामि गंगे के यहां इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिसका संज्ञान लेते हुए आरोपी सदर कानूनगो को निलंबित कर दिया गया। सेलफोन पर उन्होंने बताया कि निलंबित सदर कानूनगो को दुद्धी तहसील से अटैच किया गया है और मामले की जांच के लिए दुद्धी एसडीएम शैलेंद्र मिश्रा को निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस नीति को लेकर चल रही है। ऐसे में अगर कोई लेखपाल या कानूनगो को, किसी तरह के भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरी में लिप्त होने की शिकायत मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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