Sonbhadra News: नंबर प्लेट बदलकर गायब कर दिया था ट्रांसपोर्टिंग का कोयला, छह गिरफ्तार

Sonbhadra News Today: छह माह पूर्व रास्ते से गायब हुए ट्रक सहित कोयले के मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा सामने आया है। रास्ते में वाहन नंबर प्लेट बदलकर गायब कर दिया गया था।

Update:2023-01-20 17:05 IST

सोनभद्र: नंबर प्लेट बदलकर गायब कर दिया था ट्रांसपोर्टिंग का कोयला, छह गिरफ्तार

Sonbhadra News: सोनभद्र में छह माह पूर्व रास्ते से गायब हुए ट्रक सहित कोयले के मामले में हैरान कर देने वाला खुलासा सामने आया है। ट्रांसपोर्टर के जरिए कोयला लोड कर, वाहन भाड़ा के एवज में चंदासी ले जाए जा रहे कोयले को, रास्ते में वाहन नंबर प्लेट बदलकर गायब कर दिया गया था। बीच रास्ते से गायब हुए कोयले को गायब करने में इस तरह सावधानी बरती गई कि पुलिस को भी आरोपियों तक पहुंचने में छह माह लग गए। मौजूदा एसपी की तरफ से इसको लेकर अपराध शाखा की अगुवाई में टीम गठित की गई और इसको लेकर कई निर्देश जारी किए गए। इसके बाद सूचना तंत्र का जाल बिछाते हुए पुलिस ने बृहस्पतिवार की रात पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद शुक्रवार की दोपहर सभी का चालान कर दिया गया।

बताते हैं कि चंद्रकिशोर पांडेय पुत्र जीवबुधन पांडेय निवासी पश्चिमी परासी, थाना अनपरा ट्रांसपोर्टिंग का काम करते हैं। सात जून 2022 को कुछ लोग उनसे मिले और अपने ट्रांसपोर्ट में उनका भी ट्रक लगवाने का अनुरोध किया। इस पर उन्होंने उक्त ट्रक पर कोयला लोड करवाकर उसे वाराणसी के चंधासी मंडी भेजा। बताते हैं कि राबटर्सगंज तक तो वाहन का लोकेशन मिला। इसके बाद संबंधित चालक और वाहन स्वामी दोनों का मोबाइल स्वीच आफ हो गया। काफी परेशान होने के बाद उन्होंने 24 जुलाई को शक्तिनगर थाने में तहरीर दी। इसके बाद मामले में धारा 407, 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी के तहत दर्ज कर कोयला और वाहन दोनों की तलाश शुरू कर दी गई।

रास्ते में ट्रक का नंबर प्लेट बदलकर दूसरी जगह बेचा गया कोयला

मामला संज्ञान में आने पर जहां एसपी डा. यशवीर सिंह ने जहां अपराध शाखा को विशिष्ट निर्देश दिए गए। वहीं मामले की विवेचना भी अपराध शाखा से कराई गई। छानबीन के दौरान पता चला कि रास्ते में ट्रक का नंबर प्लेट बदलकर, कोयले को चंधासी मंडी में दूसरी जगह ले जाकर बेच दिया गया। बताते हैं कि जब भी कोई ट्रांसपोर्टर कोयला लोड कराता है तो उक्त वाहन संख्या, जिसके यहां कोयला जाना होता है, भेज दिया जाता है। जब कोयला बताई जगह पर पहुंचता है, तो संबंधित व्यक्ति आसानी से समझ जाता है कि कोयला किसका है लेकिन अगर वहीं दूसरे नंबर प्लेट का वाहन अगर वहां पहुंचता तो, कोयला किसका है, इसकी जानकारी नहीं होती। आरोपियों ने इसी का फायदा उठाया और आसानी से कोयला पार कर दिया लेकिन पुलिस छानबीन के दौरान सामने आई सच्चाई ने आरापियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

ऐसे हुआ खुलासा

इसके बाद अपराध शाखा और एसओजी टीम की तरफ से घटना में शामिल पाए गए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल फैलाया गया और मिली सूचना के आधार पर बृहस्पतिवार की रात आशीष कुमार सिंह पुत्र पारस नाथ सिंह निवासी नैपुरा कला, डाफी, थाना लंका, वाराणसी गुलशन उर्फ भोला यादव पुत्र अमरनाथ यादव निवासी मलेवर, अमित यादव उर्फ प्रिंस पुत्र रामकेश यादव निवासी बाघी, थाना नौगढ़, चंदौली, जितेंद्र यादव पुत्र रामगहन यादव निवासी बैरगाढ, थाना चकरघट्टा, चंदौली, रोहित पाठक पुत्र अमरनाथ पाठक निवासी हरनखुरी चतरा, थाना पन्नूगंज, को राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के भिलाई बंधे के पास से दबोच लिया गया। उनके पास से घटना में प्रयुक्त दो बाइक और छह मोबाइल बरामद की गई। आरोपियों की गिरफ्तारी में निरीक्षक एसपी सिंह, अपराध शाखा, निरीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह, एसओजी प्रभारी, हेड कांस्टेबल जगदीश कुमार मौर्या, अतुल सिंह, शशिप्रताप सिंह, अमर सिंह, सतीश कुमार पटेल, रितेश पटेल, प्रेमप्रकाश चौरसिया, बृजेश कुमार सूर्यवंशी, कांस्टेबल अजीत यादव की मुख्य भूमिका रही। 

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