Sonbhadra News: पकड़ा गया वाहन पासरों का बड़ा सिंडीकेट, तीन गिरफ्तार, 150 चिन्हित
Sonbhadra News: शुक्रवार को वाहन पास कराते वक्त जहां तीन को दबोच लिया गया। वहीं उनसे पूछताछ में 100-150 और व्यक्तियों इस सिंडीकेट से जुड़े होने की जानकारी मिली है
Sonbhadra News: जिले में बगैर परमिट तथा ओवरलोड वाहन को अधिकारियों का लोकेशन देकर पास कराने वाला एक बड़ा सिंडीकेट सामने आया है। शुक्रवार को वाहन पास कराते वक्त जहां तीन को दबोच लिया गया। वहीं उनसे पूछताछ में 100-150 और व्यक्तियों इस सिंडीकेट से जुड़े होने की जानकारी मिली है। मामले में एफआईआर दर्ज करने के साथ ही उन्हें चिन्हित करने और उनकी तलाश की कवायद शुरू कर दी गई है।
बगैर परमिट वाहनों पर की कार्रवाई तो धमकाने पहुंच गई पासरों की टीम, हुई पूछताछ में सामने आया बड़ा सिंडीकेट
पासरों का सिंडीकेट कितना मजबूत है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रभारी निरीक्षक राबटर्सगंज की अगुवाई वाली पुलिस टीम को साथ लेकर खनिज लदे वाहनों की चेकिंग कर रहे योगेश शुक्ला सर्वेक्षक, ईश्वरचंद्र खान निरीक्षक, मनोज कुमार खान निरीक्षक ने जैसे ही, बगैर परमिट वाले वाहनों पर कार्रवाई शुरू की, पासरों में हड़कंप मच गया। बिना नंबर वाली दो बाइकों से पहुंचे तीन युवकों ने, इसको लेकर धमकाना भी शुरू कर दिया। एतराज पर देख लेने तक की धमकी दी गई। वाहनों को जबरिया छुड़वाने की कोशिश भी की। इस पर पुलिस ने तीनों को वहीं दबोच लिया। टीम के मुताबिक पकड़े गए संदीप पुत्र लक्ष्मण और राधेश्याम उर्फ अमित जायसवाल निवासी सुअरसोत थाना रायपुर ने पूछताछ में बताया कि मारकुंडी निवासी शीतल यादव का वाहन पास कराने का काम करते हैं। वहीं राजू कुमार गुप्ता पुत्र मनाउलाल निवासी मारकुंडी, थाना चोपन के पास खुद की तीन-चार ट्रक है। वह अपने सगे संबंधियों और दूसरों की भी ट्रक पास कराने का काम करता है।
युवाओं के आकर्षण का केंद्र बन गया है पासरों का ग्रुप
बगैर परमिट तथा ओवरलेड वाहनों को पास कराने के लिए रात में चंद घंटे की मेहनत और जेब में अच्छी-खासी रकम.ने पासरों के ग्रुप को जिले के युवाओं के लिए बड़े आकर्षण का केंद्र बना दिया है। दिन में बेरोजगारों की तरह इधर-उधर घूमने वाले युवाओं के पास चमचमाता लग्जरी वाहन, बदन पर महंगे कपड़े, गले में लटकती मोटी चेन, देख जिले के कई युवा, वाहन पास कराने के इस खेल में दांव आजमाने लगे हैं। खान विभाग के निरीक्षकों ओर सर्वेक्षक की तरफ से जो तहरीर दी गई है। उसमें इसका स्पष्ट उल्लेख है कि उपरोक्त तीनों व्यक्ति 100-150 अज्ञात व्यक्तियों के साथ गिरोह बनाकर वाहन पास कराने में लगे हुए हैं। बता दें कि यह सिर्फ एक ग्रुप की जानकारी है और जिले में इस तरह के लगभग आधा दर्जन से अधिक ग्रुप संचालित हैं। कई बार पुलिस की तरफ से कार्रवाई हो चुकी है। कुछ लोगों को पासर माफिया भी घोषित किया जा चुका है।
ऐसे पास कराते हैं वाहन, यहां से मिलता है सहयोग
जांच टीम की तरफ से पुलिस को दी गई जानकारी पर ध्यान दें तो युवाओं का एक ग्रुप रात में बगैर परमिट और ओवरलोड वाहनों के आगे पीछे लगा रहता है। वाराणसी-मिर्जापुर की तरफ जाने वाले वाहनों को पास कराने से पहले, अधिकारियों के लोकेशन की जानकारी जुटाई जाती है और जैसे ही अधिकारियों को सड़क से हटने या किसी और जगह होने की जानकारी मिलती है, वाहनों को बेधड़क आगे बढ़ने का सिग्नल दे दिया जाता है। बताते हैं कि इसके एवज में पासर का काम कर रहे युवाओं को प्रति वाहन एक से डेढ़ हजार मिलते हैं। कुछ मामलों में यह रकम चार हजार तक पहुंच जाती है। फिलहाल मामले में पुलिस ने तीन और 150 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।