Sonbhadra News: वाराणसी के साथ सोनभद्र को निहारेंगे विदेशी सैलानी, जिला प्रशासन ने की तैयारी
Sonbhadra News: कई प्रागैतिहासिक और पौराणिक धरोहरों को संजोए सोनभद्र जल्द विदेशी सैलानियों के लिए पर्यटन का केंद्र बना दिखाई देगा।
Sonbhadra News: कई प्रागैतिहासिक और पौराणिक धरोहरों को संजोए सोनभद्र जल्द विदेशी सैलानियों (Foreign Tourists) के लिए पर्यटन का केंद्र बना दिखाई देगा। इसके लिए पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। रविवार को वाराणसी से आई टूर ऑपरेटर्स फेम की टीम (Tour Operators Fame Team) और पर्यटन विभाग (Tourism Department) के अधिकारियों ने जिले के कई पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व वाले स्थल का दौरा किया।
इस दौरान वाराणसी से आने वाले विदेशी सैलानियों को सोनभद्र के भी प्राकृतिक सुषमा और अमूल्य धरोहरों का दीदार करवाने की रणनीति बनाई गई। शाम चार बजे इसको लेकर कलेक्ट्रेट में डीएम अभिषेक सिंह के साथ बैठक हुई। जल्द ही वाराणसी आने वाले विदेशी पर्यटकों को एक दिन के लिए सोनभद्र लाने की योजना बनाई जाएगी।
सुबह आठ बजे ही टूर आपरेटर्स फेम की टीम वाराणसी टुवर वेलफेयर एसोसियेशन के प्रेसीडेंट राहुल मेहता की अगुवाई में और मिर्जापुर से पर्यटन विभाग की टीम सहायक पर्यटन अधिकारी नवीन कुमार की अगुवाई में जिला मुख्यालय से चंद किमी की दूर पर स्थित इको प्वाइंट पहुंचे। यहां की प्राकृतिक सुषमा निहारने के बाद टीम ने पास स्थित वीर लोरिक मंदिर, पौराणिक काल के कालजयी ऋषि मारकंडेय की तपोस्थली दुर्गा मंदिर, दुनिया का अजूबा, अमेरिका से भी पुराना, 150 करोड़ वर्ष पुराना दुनिया का अजूबा फासिल्स, सोन-रेणुका-बिजुल नदी के संगम तट स्थित 12 मंदिरों वाले सोमेश्वर महादेव धाम (चंद्रमा ऋषि की तपोस्थली), लोरिक-मंजरी की अमर प्रेमगाथा के जीते-जागते सबूत अगोरी दुर्ग, मिनी गोवा कहे जाने वाले अबाड़ी, रेणुकूट स्थित रेणुकेश्वर मंदिर आदि स्थलों का दौरा किया।
इसके बाद कलेक्ट्रेट में डीएम के साथ हुई बैठक में एक दिन के टूर में किन-किन महत्वपूर्ण स्थलों तक सैलानियों को ले जाया जा सकता है, इसका मैप बनाया गया। डीएम अभिषेक सिंह ने कहा कि सोनभद्र में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। अंतर्राष्ट्रीय महत्व वाले फॉसिल्स पार्क के साथ ही इंको प्वाइंट, अबाड़ी, रेणुकेश्वर मंदिर, विजयगढ़ दुर्ग, अगोरी किला, हाथीनाला में जैव विविधता से परिपूर्ण डायवर्सिटी हॉट पार्क, उमा-माहेश्वर के अप्रतिम सौंदर्य को प्रदर्शित करने वाले शिवद्वार, बरैला मंदिर, पंचमुखी मंदिर, भित्तचित्र, इको वैली, प्रदेश की एकमात्र ब्लैक बक घाटी, ओंकारेश्वर घाटी, नाथ संप्रदाय के प्रवर्तक महायोगी मछन्दरनाथ, वंशीधर प्राकट्य स्थल, साहसिक पर्यटन के लिए उपयुक्त मानी जाने वाली ओमकारेश्वर घाटी सहित पर्यटन की दृष्टि से कई महत्वपूर्ण स्थल मौजूद हैं।
उधर, जिला पर्यटन अधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि यहां जुलाई से लेकर फरवरी तक का समय पर्यटन की दृष्टि से काफी उपयुक्त है। वाराणसी से आई टूर ऑपरेटर्स टीम को भी यहां की जगह पसंद आई है। एक दिन में किन-किन पर्यटक स्थलों तक विदेशी सैलानियों को पहुंचाया जा सकता है? इसका मैप तैयार हो गया है। टूर आपरेटर्स टीम की मदद से जल्द ही जिले के पर्यटनस्थलों पर विदेशी पर्यटकों का आना-जाना शुरू हो जाएगा। बैठक में सीडीओ डॉ. अमित पाल शर्मा, एडीएम योगेंद्र बहादुर सिंह, नीरज द्विवेदी आदि मौजूद रहे।