Sonbhadra: अपना दल ने खेला मौजूदा सांसद की बहू पर दांव, अब सपा पर टिकी निगाहें

Sonbhadra News: भाजपा के सहयोगी अपना दल की तरफ से, राबटर्सगंज सीट पर मौजूदा सांसद पकौड़ीलाल कोल की विधायक बहू रिंकी कोल को चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा की गई है।

Update: 2024-05-07 13:37 GMT

Lok Sabha Chunav 2024 (Pic:Newstrack)

Sonbhadra News: आखिरकार नामांकन की शुरूआत के साथ, सत्तापक्ष की तरफ से टिकट को लेकर बनी सस्पेंश की स्थिति का पटाक्षेप कर दिया गया। भाजपा के सहयोगी अपना दल की तरफ से, राबटर्सगंज सीट पर मौजूदा सांसद पकौड़ीलाल कोल की विधायक बहू रिंकी कोल को चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा की गई है। रिंकी मिर्जापुर की छानबे सीट से विधायक है। वह, पति राहुल कोल के निधन के बाद, छानबे सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर विधायक बनी थीं। उधर, सपा की तरफ से टिकट को लेकर अभी अटकबाजी जारी है। हालांकि इस दरम्यान पहल दिन के पर्चा खरीदारी में, सपा से टिकट की दावेदारी जता रहे, जितेंद्र कुमार की ओर से चार सेट में की गई पर्चा खरीदारी से सस्पेंश गहरा गया है।

बताते चलें कि अपना दल एस के टिकट पर वर्ष 2019 में पकौड़ीलाल कोल राबटर्सगंज के सांसद निर्वाचित हुए थे। मिर्जापुर में एक कार्यक्रम में ब्राह्मण-ठाकुर समुदाय को कथित गाली दिए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद, उनका तेजी से विरोध सामने आया था। आवास दिलाने के नाम पर राबटर्सगंज संसदीय क्षेत्र के लोगों से फार्म भरवाने को लेकर भी हंगामे-विरोध की स्थिति सामने आई थी। इसको देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा था कि अपना दल की तरफ से इस बार पकौड़ीलाल कोल की जगह उनके परिवार के किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट दिया जा सकता है। अनुमान सही भी साबित हुआ और मंगलवार की देर शाम अपना दल एस की तरफ से सामने आई सूची में जहां मिर्जापुर से केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को चुनाव लड़ने की बात पर मुहर लगी। वहीं, राबटर्सगंज सीट से सांसद पकौड़ीलाल के बेटे राहुल कोल की पत्नी रिंकी कोल को टिकट दिए जाने की बात सामने आई।

पति के निधन के बाद रिंकी चुनी गई थीं विधायक

वर्ष 2017 में अपना दल एस के टिकट पर विधायक चुने गए सांसद पकौड़ीलाल कोल के बेटे राहुल कोल का बीमारी के चलते वर्ष 2022 में निधन हो गया था। इसके बाद मई 2023 में छानबे विधानसभा सीट पर उपचुनाव की प्रक्रिया अपनाई गई थी, जिसमें राहुल की पत्नी रिंकी कोल, सपा के कीर्ति कोल को 9589 वोटों से हराकर विधायक निर्वाचित हुई थीं।

विरोध पर भारी पड़ा वोटों का समीकरण

सांसद पकौड़ीलाल के विरोध को देखते हुए कई लोग, इस बार पकौड़ीलाल का टिकट कटने के साथ ही, उनके परिवार के किसी सदस्य को राबटर्सगंज सीट से टिकट न मिलने का दावा कर रहे थे लेकिन लगाए जा रहे अनुमान पर राबटर्सगंज सीट के साथ ही, मिर्जापुर सीट पर पकौड़ीलाल के सजातीय वोटरों के एक बड़े समीकरण ने, सारे विरोधों-अनुमान को ध्वस्त कर दिया। पकौड़ीलाल का तो टिकट काट दिया गया लेकिन उनकी बहू रिंकी कोल को राबटर्सगंज संसदीय क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारकर, एक तरह से यहां का चुनाव पकौड़ीलाल कोल के ही हाथ में सौंप दिया गया।

सपा को लेकर गहराया सस्पेंश, तेजी से शुरू हुई चर्चाएं

सपा की तरफ से जहां अभी तक टिकट की घोषणा नहीं की गई है। वहीं, अन्य लोगों के अलावा सत्तापक्ष से जुड़े एक दिग्गज का भी नाम, टिकट के लिए सपा के लोगों से लगातार संपर्क में होने की चर्चा में बनी हुई है। इस बीच, सपा से टिकट पाने के प्रयास में जुटे जितेंद्र कुमार की तरफ से, नामांकन के लिए चार सेट में हुई पर्चे की खरीदारी ने, सस्पेंश को गहराकर रख दिया गया है। जितेंद्र का ही नाम फाइनल किया जाएगा या किसी और का नाम सामने आएगा, इसको लेकर चर्चा बनी हुई है।

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