Sonbhadra News: बगैर बिजली तड़प रहे ग्रामीण, खफा ग्रामीणों का प्रदर्शन

Sonbhadra News: नाराजगी जता रहे ग्रामीणों का कहना था कि राबर्ट्सगंज विद्युत् वितरण खंड से जुड़े ऊंचडीह सबस्टेशन एरिया के लगभग 30 गांवो की बिजली आपूर्ति पिछले एक सप्ताह से बाधित है लेकिन न तो ...

Update: 2024-04-29 15:21 GMT

बिजली कटौती का विरोध करते ग्रामीण (Pic:Newstrack)

Sonbhadra News: तपिश का पारा 40 डिग्री पार करने के बाद से विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बेपटरी सी हो चली है। जिला मुख्यालय पर जहां सुबह शाम डेढ़ से दो घंटे बिजली कटौती आम बात हो गई है। वहीं, गांवों में बगैर बिजली के ही ग्रामीणों को पूरा दिन बिताना पड़ रहा है। रात में मिलने वाली बिजली भी आंधी-बारिश के साथ कई-कई दिन गायब हो जा रही है। इस गुलगपाड़े से खफा ग्रामीणों ने सोमवार को प्रदर्शन कर आवाज उठाई और संबंधित एसडीओ-जेई की जवाबदेही तय करते हुए, कार्रवाई की मांग की।

एसडीओ-जेई नहीं उठा रहे फोन - ग्रामीण 

नाराजगी जता रहे ग्रामीणों का कहना था कि राबर्ट्सगंज विद्युत् वितरण खंड से जुड़े ऊंचडीह सबस्टेशन एरिया के लगभग 30 गांवो की बिजली आपूर्ति पिछले एक सप्ताह से बाधित है लेकिन न तो विभागीय कर्मी और न ही अधिकारी इस पर ध्यान देने की जरूरत समझ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस बारे में एसडीओ-जेई को फोन करने पर कॉल भी रिसीव नहीं हो पा रही है। इससे ग्रामीण अपनी पीड़ा भी बिजली विभाग के जिम्मेदारों से बयां नहीं कर पा रहे हैं। यूथ आइकॉन सौरभ कांत पति तिवारी का कहना था कि एसडीओ और जेई दफ्तर से ही बैठे-बैठे आपूर्ति व्यवस्था कराने में लगे हुए हैं।

ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी

बकाए बिल वसूली के लिए तो गजब की चुस्ती दिखती है लेकिन जब आपूर्ति सुचारू करने की बात आती है तो या तो फोन उठाना बंद कर दिया जाता है या फिर से उसे स्वीच्ड ऑफ कर दिया जाता है। जर्जर तारों को सही करवाए जाने के दावे पर भी सवाल उठाते हुए जांच की मांग की। कहा कि लगातार घटनाएं हो रही हैं लेकिन संजीदगी नहीं दिखाई जा रही है। भाजपा नेता विनोद तिवारी, रामजतन भारती, ग्रामूीण राजकुमार मोनू, रमेश, कलावती, अनिमेश, रमेश, विजय पासवान, संतोष यादव, इलालजी, कमलेश, रामसूरत, राजेश, छविंदर, बिट्टू तिवारी, कुदावन, जगवंती, गंगोत्री, राधिका, कमलावती, सुनीता, रीता, भानमती आदि ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आपूर्ति सुचारू करने के साथ ही, लापरवाही बरतने वाले एसडीओ-जेई की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई की जाए। संजीदगी न दिखाए जाने पर ग्रामीणों ने आंदोलन की चेतावनी दी।

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