Sonbhadra News: जमीन खरीदारी में फंसे पूर्व सांसद, लेन-देन को लेकर दर्ज किया गया अमानत में खयानत का केस
Sonbhadra News:आरोप है कि बैनामा के समय तय हुई कीमत में से तीन लाख रूपये बाद में देने की बात कही और इसके लिए दस रूपये के स्टांप पर लिखापढ़ी कर दो माह के भीतर, देने का वायदा किया गया।
Sonbhadra News: बसपा से सांसद रह चुके तथा वर्तमान में भाजपा में शामिल पूर्व सांसद नरेंद्र कुशवाहा के लिए एक जमीन की खरीदारी महंगी पड़ी है। कथित तौर पर जमीन की मालियत कम दिखाकर खरीदारी करने और तीन लाख की रकम बाद में अदा करने के लिए लिखित वायदा कर मुकर जाने के मामले में राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज किया है। न्यायालय के हस्तक्षेप पर प्रकरण में अमानत में खयानत और तकादा पर धमकाने के आरोप में धारा 406, 504, 506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।
राबर्टसगंज कोतवाली क्षेत्र के ऊंचडीह निवासी कौशलेंद्र देव पुत्र स्व. प्रेमनाथ की तरफ से दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया गया है कि उन्होने नरेंद्र कुशवाहा निवासी राबर्टसगंज, थाना राबर्ट्सगंज को जमीन का विक्रय किया था। आरोप है कि बैनामा के समय तय हुई कीमत में से तीन लाख रूपये बाद में देने की बात कही और इसके लिए दस रूपये के स्टांप पर लिखापढ़ी कर दो माह के भीतर, देने का वायदा किया गया। आरोप है कि इस अवधि का फायदा उठाकर बैनामे की दाखिल खारिज करा ली गई। दो माह व्यतीत होने पर क्रेत रकम मांगने गया तो उसे धमका कर भगा दिया गया। 31 मई 2024 की घटना बताते हुए, पहले पुलिस से गुहार लगाई गई फिर न्यायालय की शरण ली गई। प्रथमदृष्ट्या मामला गंभीर पाते हुए, प्रकरण में एफआईआर दर्ज कर विवेचना का आदेश पारित किया गया। राबटर्सगंज पुलिस के मुताबिक दिए गए आदेश के क्रम में धारा 406, 504, 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की छानबीन कराई जा रही है।
स्टांप चोरी की कार्रवाई का भी करना पड़ सकता है सामना
बताते चलें कि कथित स्टांप में जो मजमून लिखा गया है, उसमें जमीन की कीमत सात लाख तय होने, स्टांप दो लाख पर अदा किए जाने, दो लाख कैश दिए जाने तथा तीन लाख बकाया होने, जिसकी लिखापढ़ी स्टांप पर कराए जाने की बात अंकित है। इसको देखते हुए यह कहा जा रहा है कि पूर्व सांसद को स्टांप चोरी की भी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। फिलहाल घटना की सच्चाई क्या है? यह तो पुलिस जांच बताएगी। वर्तमान में इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।