Sonbhadra : नए वित्तीय वर्ष में मिल सकती है सोनभद्र को नई ट्रेनें, ट्रेनों की धुलाई, साफ-सफाई, मरम्मत कार्य के लिए टेंडर जारी
Sonbhadra News: यहां निर्मित की जा रही वाशिंग पिट लाइन के पूर्ण होने के बाद, उसे फाइनल टच दे दिया गया है। इस पिट लाइन के जरिए जल्द ही ट्रेनों को मरम्मत, धुलाई, साफ-सफाई की सुविधा उपलब्ध हो सके, इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है।
Sonbhadra News : सोनभद्र के चोपन जंक्शन को रेलवे टर्मिनल का रूप देते हुए, यहां से बड़े महानगरों के लिए नई और महत्वपूर्ण ट्रेनों के संचालन की उठ रही मांग की दिशा में, रेलवे की ओर से एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया गया है। यहां निर्मित की जा रही वाशिंग पिट लाइन के पूर्ण होने के बाद, उसे फाइनल टच दे दिया गया है। इस पिट लाइन के जरिए जल्द ही ट्रेनों को मरम्मत, धुलाई, साफ-सफाई की सुविधा उपलब्ध हो सके, इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। पूर्व मध्य रेलवे की तरफ से गोमा, बरकाकाना के साथ ही, चोपन से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के साफ-सफाई मरम्मत के लिए टेंडर जारी किया गया है। नए साल से यहां, ट्रेनों की धुलाई, मरम्मत कार्य शुरू होने की, पूरी उम्मीद जताई जा रही है।
कार्य के लिए जारी की गई 26 करोड़़ की निवि
पूर्व मध्य रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक गोमो, बरकाकाना और चोपन कोचिंग डिपो से चलने वाली गाड़ियों के सवारी डिब्बों की यंत्रीकृत सफाई, यहां आकर, वापस होने वाली ट्रेनों की सफाई, स्टेशन परिसर की सफाई और यहां रूकने वाली ट्रेनों में रोजाना पानी भरने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए करीब 26 करोड़ का टेंडर जारी करते हुए, इसे फाइनल रूप देते हुए निविदाएं मांगी गई है। नवंबर माह के अंत तक टेंडर प्रक्रिया फाइनल करने, दिसंबर में कार्य आवंटन और नए साल के पहले माह से उपरोक्त कार्य शुरू करा देने का प्लान बनाया गया है।
नए वित्तीय वर्ष में सोनभद्र को मिल सकती है नई ट्रेनें
उत्तर मध्य रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य तथा केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के रेल प्रतिनिधि श्रीकृष्ण गौतम ने पूर्व मध्य रेलवे के इस पहल पर प्रसन्नता जताई है। कहा कि लंबे समय से चोपन जंक्शन पर पिट लाइन सेवा शुरू कराने का प्रयास जारी था। अब चोपन जंक्शन जल्द से जल्द टर्मिनल का रूप ले सके, इसके लिए प्रयास जारी है।
जानिए, क्या है पिट लाइन और यहां किस तरह से किया जाता है कार्य
भारतीय रेलवे में पिट लाइन, ट्रेन की सफ़ाई और रखरखाव के लिए इस्तेमाल होने वाला एक स्थान है। इसे वाशिंग लाइन भी कहा जाता है। यहां ट्रेन के डिब्बों की सफ़ाई और जांच की जाती है। ताकि ट्रेन को अगली यात्रा के लिए तैयार किया जा सके। पिट लाइन में ट्रेन के कोच बेस पार्ट्स की जांच और मरम्मत का भी काम किया जाता है। साथ ही कोच से सीवेज का पानी भी निकाला जाता है। इसके लिए पिट लाइन में ट्रैक के बीच में एक गड्ढा बनाया जाता है, जिस पर ट्रेन को खडा करके सफ़ाई की जाती है। पिट लाइन को इन्स्पेक्शन पिट या ऐश पिट का भी दर्जा हासिल है। पिट लाइन में एक रेलगाड़ी की सर्विसिंग में लगभग छह घंटे लगते हैं।