Sonbhadra News: कहीं जमीन बिक्री तो कहीं फाइनेंस कंपनी के नाम पर की गई धोखाधड़ी, दंपति सहित सात के खिलाफ एफआईआर
Sonbhadra News: कहीं जमीन बिक्री में धोखाधड़ी की गई तो कहीं, फाइनेंस कंपनी का कर्मी बनकर, दरवाजे पर खड़ी लॉक तोड़कर उड़ा ली गई। पहला मामला दुद्धी कोतवाली क्षेत्र और दूसरा मामला राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। दोनों मामलों में पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत धोधाधड़ी सहित अन्य अपराध को लेकर केस दर्ज कर लिया गया।
Sonbhadra News: कहीं जमीन बिक्री में धोखाधड़ी की गई तो कहीं, फाइनेंस कंपनी का कर्मी बनकर, दरवाजे पर खड़ी लॉक तोड़कर उड़ा ली गई। पहला मामला दुद्धी कोतवाली क्षेत्र और दूसरा मामला राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। दोनों मामलों में पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत धोधाधड़ी सहित अन्य अपराध को लेकर केस दर्ज कर लिया गया। मामले में एक दंपति समेत सात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
दो लोगों को एक ही जमीन का कर दिया बैनामा, पांच पर केस हुआ दर्ज
पहला मामला दुद्धी कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। कोन क्षेत्र के बहुअरा गांव निवासी विदा देवी पत्नी की तरफ से पुलिस को अवगत कराया गया है कि उसने दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के कादल गांव में कुछ लोगों से एक जमीन खरीदी थी। जब उस पर मकान निर्माण के लिए गई तो कादल गांव के ही दूसरे लोगों ने यह कहते हुए विवाद की स्थिति पैदा कर दी कि यह जमीन उन्होंने भी खरीद रखी है। आरोप है कि पीडिता के पिता दुद्धी कोतवाली गुहार लगाने पहुंचे तो दिन भर बैठाए रखने के बाद, शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया गया। उनके साथ जमीन बिक्री को लेकर की गई धोखाधड़ी में कोई कार्रवाई नहीं की गई। तब पीड़िता ने अदालत का दरवाजा खटखटाया।
वहां से दुद्धी पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए गए। इसके क्रम में पुलिस ने कादल गांव निवासी अमरजीत, उनकी पत्नी मंजू देवी, पुत्र अनूप कुमार, आलोक कुमार और रवींद्र कुमार के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 504, 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया। पुलिस के मुताबिक मामले की छानबीन जारी है।
खुद को बताया फाइनेंस कर्मी और उड़ा दी दरवाजे पर खड़ी बाइक
राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मझियांव, परासी दूबे सें दो युवकों द्वारा खुद को फाइनेंस कर्मी बताकर, दरवाजे पर खड़ी बाइक उड़ाए जाने का मामला सामने आया है। उमेश ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि गत 13 जनवरी की शाम पांच बजे उसकी बाइक दरवाजे पर खड़ी थी। तभी दो युवक पहुंचे और बाइक का लॉक तोड़ने लगे। यह देख पत्नी ने मना किया कि दोनों युवकों ने खुद को फाइनेंस कर्मी बताते हुए, कहा कि तुम्हारे पति एक किश्त नहीं दिए हैं। इसीलिए बाइक ले जा रहे हैं। उनसे कहना कि वह आकर मिर्जापुर जिले के कलवारी स्थित राजगढ़ फाइनेंस के दफ्तर पर मिल लेंगे। एक मोबाइल नंबर भी दिया। घर लौटने पर जब उसे घटना की जानकारी हुई तो अगले दिन जाकर फाइनेंस कंपनी के दफ्तर पर पता किया तो वहां बताया गया कि ऐसी कोई बाइक नहीं आई है। न ही वह लोग बाइक के बारे में कुछ जानते हैं। बाइक उठाते समय दिए गए नंबर पर संपर्क किया कॉल उठाने वाले कथित शिवम यादव ने कहा कि तुम्हारी बाइक बेच दी गई है, इससे ज्यादा वह नहीं जानता। इसके बाद फोन उठाना बंद कर दिया गया। मामले में एसपी के निर्देश पर राबटर्सगंज कोतवाली में शिवम और उसके साथी के खिलाफ धारा 406 और 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की छानबीन कराई जा रही है।