Sonbhadra News: गैराज पर कार की मरम्मत करने पहुंचा युवक, CID अफसर बनकर झटक लिए चार लाख, केस दर्ज
Sonbhadra News: आरोप है कि खुद को सीआईडी अफसर बताने वाले शमसुद्दीन ने रेलवे में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया और इसके लिए उससे ₹4,00,000 मांगे।
Sonbhadra News: गैराज पर मरम्मत के लिए कार लेकर पहुंचे युवक द्वारा खुद को सीआईडी अफसर बताने और उसकी आड़ में नौकरी दिलाने का झांसा देकर चार लाख रुपये झटकने का मामला सामने आया है। पीड़ित को ठगे जाने की जानकारी तब हुई, जब रेलवे में नियुक्ति का फर्जी पत्र लेकर भटक रहे युवक को, एक साल बाद भी नौकरी नसीब नहीं हुई। मामले में कोर्ट के हस्तक्षेप पर रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस ने धारा 406, 420, 467, 468, 504, 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
खुद को बताया CID अफसर
करमा थाना क्षेत्र के सेमरी मिश्र गांव निवासी विपिन कुमार मिश्र ने दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि डेढ़ वर्ष पूर्व वह अपने वाहन की मरम्मत करने के लिए राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के छपका स्थित शौकत पेंटर की दुकान पर पहुंचा हुआ था। वहीं, अपनी कार की मरम्मत कराने शमसुद्दीन उर्फ डब्बू निवासी बभनी, थाना बभनी, भी पहुंचे हुए थे। बातचीत के दौरान उसने खुद को सीआईडी अफसर बताया। उसकी कार पर पुलिस का मोनोग्राम भी लगा हुआ था। इस पर पीड़ित ने उसकी बात का भरोसा कर लिया । बातचीत में उसने पूछा कि क्या करते हो? इस पर पीड़ित ने बताया कि वह बेरोजगार है।
रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर की 4 लाख की ठगी
आरोप है कि खुद को सीआईडी अफसर बताने वाले शमसुद्दीन ने रेलवे में नौकरी दिलवाने का झांसा दिया और इसके लिए उससे ₹4,00,000 मांगे। एक साथ इतनी बड़ी रकम दे पाने में असमर्थता जताने पर धीरे-धीरे उसके खाते में रकम जमा करने के लिए कहा। आश्वासन दिया कि जब करीब 3,50,000/ रुपये (तीन लाख पचास हजार) जमा हो जाएंगे तब वह रेलवे बोर्ड इलाहाबाद में नौकरी लगवा देगा। इस पर भरोसा कर धीरे-धीरे बैंक खाता में कैश और आनलाइन 3,58,000/ रुपये जमा कर दिए।
कुछ इस तरह फैलाया गया ठगी का जाल
इसके बाद पीड़ित के व्हाट्सएप पर इलाहाबाद रेलवे बोर्ड का अप्वाइंटमेंट लेटर 6 जनवरी 2023 को आया। उसके कुछ देर बाद शमसुद्दीन का फोन आया कि लेटर मिल गया है। अधिकारी को 50,000 और नकद देना है। इसका प्रबंध कर कल इलाहाबाद पहुंचिए, रेलवे स्टेशन पर मिलूंगा। मित्रों के जरिए किसी तरह नकदी की व्यवस्था कर पीड़ित इलाहाबाद पहुंचा तो वहां रेलवे स्टेशन पर शमसुद्दीन से मुलाकात हुई और उसने 50,000 नगद लेने के बाद कहा कि इंटरव्यू कल होगा।
पूरी रकम मिलने के बाद थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र
उसने कहा कि कोई सस्ता होटल लेकर रुक जाओ। पीड़ित स्टेशन के पास एक होटल में रुक गया। दूसरे दिन आरोपी का फोन आया कि वह बगैर इंटरव्यू के ज्वाइनिंग लेटर दिला दे रहा है। उसे लेकर वह घर जाए और 21 जनवरी 2023 को आकर सीधे ज्वाइन करे। स्टेशन पर आकर उसे एक ज्वाइनिंग लेटर दिया जिस।से लेकर वापस घर आ गया। 20 जनवरी को फिर फोन आया कि ज्वाइनिंग टल गई है। अब मार्च 2023 में ज्वाइनिंग होगी। मार्च में फोन करने पर कहा कि रेलवे की यह भर्ती कैंसिल हो गई है। अलीगढ़ रकम हुआ 15 मई तक वापस कर देगा। इसके बाद न तो कॉल रिसीव हुई, न ही दिए गए रकम की वापसी..। पुलिस के मुताबिक प्रार्थना पत्र में लगाए गए आरोपों के आधार पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। प्रकरण की छानबीन कराई जा रही है।