Sonbhadra News: डॉक्टर हत्याकांड में बड़ा खुलासा: पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी हत्या, सोते समय कुल्हाड़ी से वार कर ली जान, जंगल में फेंका शव
Sonbhadra News: सोनभद्र में जुगैल थाना क्षेत्र के तुर्रा घाटी स्थित जंगल में, 5 दिन से लापता व्यक्ति के मिले शव मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है।
Sonbhadra News: सोनभद्र में जुगैल थाना क्षेत्र के तुर्रा घाटी स्थित जंगल में, 5 दिन से लापता व्यक्ति के मिले शव मामले की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस की तरफ से किए गए खुलासे के मुताबिक पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर प्रेम मोहन खरवार उर्फ डॉक्टर की हत्या की थी और शव घर से आठ किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर फेंक दिया था। 5 दिन बाद जब शव बरामद हुआ, तब वारदात की बात लोगों के संज्ञान में आई। पिता ने बेटे की हत्या के लिए उसके पति और प्रेमी को जिम्मेदार ठहराते हुए पुलिस को तहरीर दी। इसके आधार पर छानबीन करते हुए पुलिस ने मामले का खुलासा किया और दोनों आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार करने के साथ ही उनकी निशानदेही पर आला कत्ल भी बरामद कर लिया।
पिता ने तहरीर देकर बेटे की पत्नी और उसके प्रेमी पर लगाया था हत्या का आरोप:
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने सोमवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में सामने आए खुलासे के बारे में मीडिया कर्मियों को जानकारी दी। बताया कि प्रेम मोहन खरवार उर्फ डॉक्टर 5 दिनों से गायब था। 12 अक्टूबर को शव तुर्रा घाटी के झाड़ियों में पाया गया था । 13 अक्टूबर को जुगैल निवासी रामसनेही खरवार ने थाने पहुंचकर तहरीर दी कि उसके बेटे प्रेम मोहन की हत्या उसकी पत्नी व उसके प्रेमी ने किया है । इस पर जुगैल पुलिस ने धारा 302, 201 आईपीसी व 3(2)5 एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह की तरफ से भी, अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह के पर्यवेक्षण में क्षेत्राधिकारी ओबरा डॉक्टर चारू द्विवेदी की अगुवाई वाली जुगैल पुलिस की टीम गठित कर, प्रकरण के जल्द खुलासे के निर्देश दिए गए। इसके क्रम में पुलिस टीम की तरफ से सोमवार की सुबह दबिश देकर घटना में शामिल पत्नी बिंदू खरवार 30 वर्ष और उसके प्रेमी शमसाद अली पुत्र मु. सत्तार 24 वर्ष निवासी जुगैल, थाना जुगैल को चौरा गांव से गिरफ्तार कर लिया।
दोनों के मिलन में प्रेम मोहन बन रहा था बाधक, इसलिए कर दी हत्या
एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने जानकारी दी कि दोनों में अवैध संबंध स्थापित हो गया था। इसमें प्रेममोहन खरवार बाधक बन रहा था। इसको देखते हुए दोनों ने हत्या की योजना बनाई। 8 अक्टूबर की रात जब प्रेम सो रहा था तब कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी और उसके शव को बाइक से, घर से करीब आठ किमी दूर ले जाकर जंगल में फेक दिया।
गिरफ्तारी/खुलासे में इनकी रही अहम भूमिका
थानाध्यक्ष रामदरश राम, एसआई जितेंद्र यादव, सुधीर कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल राधेमोहन कुशवाहा की आरोपियों की गिरफ्तारी तथा मामले के खुलासे में अहम भूमिका रही।