हरियाली पर चोट: NTPC के विस्तारीकरण में ध्वस्त की जा रही संरक्षित पहाड़ियां! लोगों ने जताई नाराजगी, डीएफओ को जांच के निर्देश
Sonbhadra News : पर्यावरण मंत्रालय को भेजी गई ऑनलाइन शिकायत में कहा गया है कि नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड सिंगरौली परियोजना द्वारा तृतीय चरण विस्तार के तहत निर्माण कार्य प्रगति पर है।
Sonbhadra News: शक्तिनगर स्थित एनटीपीसी की मदर यूनिट सिंगरौली सुपर थर्मल पावर स्टेशन के तृतीय चरण के तहत हो रहे विस्तीकरण की आड़ में पूर्व से संरक्षित पहाड़ियों के ध्वस्तीकरण का आरोप लगाया गया है। इसको लेकर केंद्रीय जलवायु एवं वन पर्यावरण मंत्रालय से ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई है जिस पर डीएफओ सोनभद्र को जांच/कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
यह है आरोप, जिस पर जांच के दिए गए निर्देश
पर्यावरण मंत्रालय को भेजी गई ऑनलाइन शिकायत में कहा गया है कि नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड सिंगरौली परियोजना द्वारा तृतीय चरण विस्तार के तहत निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसी कड़ी में सिंगरौली विद्युत गृह परिसर अंतर्गत संरक्षित पहाड़ श्रृंखला कुप्पी और धनुजा नामक पहाड़ी को सिंगरौली के इतिहास के रूप में संरक्षित किया गया था। इस संबंध में पूर्व में कई लेख भी सार्वजनिक हो चुके हैं। आरोप है कि वर्तमान परियोजना प्रबंधन एनटीपीसी की तरफ से विस्तारीकरण के तहत कुप्पी एवं धनुजा पहाड़ी को ध्वस्त करने का कार्य किया जा रहा है। इससे स्थनीय जनमानस और आदिवासी समाज में आक्रोश है।
उठाए गए सवाल, अवैध कब्जों को क्यों नहीं कराया जा रहा खाली?
की गई शिकायत में यह भी अवगत कराया गया है कि एनटीपीसी की सैकड़ों एकड़ भूमि आज भी अवैध कब्जा एवं अतिक्रमण के दायरे में है जिसको नहीं हटाते हुए कुप्पी एवं धनुजा नामक पहाड़ी को नष्ट कर तृतीय चरण विस्तार निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जबकि यह पहाड़ी बारहों महीने हरी-भरी रहता है और इस पर हजारों पेड़ पौधे हैं जो सैकड़ो वर्ष पुराने हैं। शिकायत के जरिए गुहार लगाई गई है कि इसको काटा जाना उचित नहीं होगा । प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए सिंगरौली के इतिहास की धरोहर तथा प्राकृतिक संपदा से परिपूर्ण पहाड़ी कुप्पी और धनुजा को संरक्षित करने का आदेश/निर्देश जारी किए गए। उधर, इस मामले में निस्तारण की तिथि 22 नवंबर 2024 निर्धारित करते हुए प्रकरण को आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रभागीय वनाधिकारी सोनभद्र को भेजा गया है।