Sonbhadra: PWD के ठेकेदार ने ग्राम समाज की जमीन से काटे सैकड़ों पेड़, SDM ने कार्रवाई के दिए निर्देश

Sonbhadra News: लेखपाल को काटे गए पेड़ों का राजस्व के लिहाज से मूल्यांकन करते हुए, बगैर अनुमति पेड़ों की कटान के चलते संपत्ति को कितना नुकसान पहुंचा, रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।

Update: 2024-08-02 14:08 GMT

Sonbhadra News (Photo: Newstrack)

Sonbhadra News: राबटर्सगंज पन्नूगंज मार्ग (कलवारी-खलियारी राजमार्ग) के चौड़ीकरण के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क किनारे स्थित पेड़ों की कराई जा रही कटाई की आड़ में ग्राम समाज की जमीन पर स्थित सैकड़ों हरे पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है। चतरा ब्लाक के बेलौड़ी प्रधान की शिकायत पर एसडीएम सदर प्रमोद कुमार तिवारी की तरफ से कराई गई जांच में मामला सही पाए जाने, जहां एक्सईएन प्रांतीय खंड को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, क्षेत्रीय लेखपाल को क्षति की गणना कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।

पिछले दिनों चतरा ब्लाक के बेलौड़ी प्रधान की तरफ से एसडीएम सदर के यहां प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर पीडब्ल्यूडी ठेकेदार द्वारा अवैध तरीके से ग्राम समाज की जमीन पर मौजूद पेड़ों की कटान करवा आनन-फानन में लकड़ियों को ट्रैक्टर से उठवा ले जाने की शिकायत की गई थी और उनसे हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी। एसडीएम की ओर से इसको लेकर क्षेत्रीय लेखपाल से रिपोर्ट तलब की गई थी। बेलौड़ी पश्चिम पट्टी में बताए जा रहे कटान स्थल पर पहुंचकर जब क्षेत्रीय लेखपाल ने जांच की तो ग्राम समाज की जमीन पर मौजूद लकड़ियों के कटान की पुष्टि हुई।

जांच में पेड़ों के अवैध कटान की हुई पुष्टि, कार्रवाई के निर्देश

रिपोर्ट को दृष्टिगत रखते हुए, जहां एसडीएम की तरफ से पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन को तत्काल ग्राम समाज की एरिया वाली जमीन पर मौजूद पेड़ों की कटान रोकने को निर्देश दिए। वहीं, इसके लिए ठेकेदार और संबंधित विभाग के लोग, जिन्हें कटान की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, उनके खिलाफ भी रिपोर्ट तलब करते हुए कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। साथ ही, क्षेत्रीय लेखपाल को काटे गए पेड़ों का राजस्व के लिहाज से मूल्यांकन करते हुए, बगैर अनुमति पेड़ों की कटान के चलते ग्राम समाज की संपत्ति को कितना नुकसान पहुंचा, इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।

लोगों की मांग, हाइवे किनारे अब तक हुई पूरी कटान की हो जांच

एसडीएम की इस कार्रवाई से, पेड़ कटाने से जुड़े ठेकेदारों-जिम्मेदारों में जहां हड़कंप की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वहीं, निर्धारित एरिया से बाहर जाकर अब तक कितने पेड़ों की कटान की गई है, इसकी भी जांच-कार्रवाई की मांग उठने लगी है। बताते चलें कि कलवारी-खलियारी राजमार्ग को टू लेन से फोर लेन बनाने के लिए सड़क किनारे स्थित यूके लिप्टस सहित अन्य पेड़ों की कटाई कराई जा रही है। इसके लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से ठेकेदार नियुक्त किए गए हैं। आरोप है कि ठेकेदार और उससे जुड़े लोग इसकी आड़ में, सड़क की जमीन से सटे ग्राम समाज की जमीन पर मौजूद हरे पेड़ों को कटवाकर लकड़ियां गायब करवा दी जा रही हैं।

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