Sonbhadra News: हर घर नल योजना से जुड़े ठेकेदार की संदिग्ध मौत, बेसुध हाल में मिलने के बाद तोड़ा दम, उठ रहे कई सवाल
Sonbhadra News: परिस्थितियों को देखते हुए जहां हत्या की आशंका जताई जा रही है। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की शाम वाराणसी में दाह-संस्कार में जुटे परिजन अब पीएम रिपोर्ट पर नजर गड़ाए हुए हैं।
Sonbhadra News: घोरावल थाना क्षेत्र के अहरौरा गांव निवासी अधेड़ को संदिग्ध हाल में मिर्जापुर के सक्तेशगढ़ एरिया स्थित सिद्धनाथ दरी में बेसुध पाए जाने और अस्पताल में मौत का मामला सामने आया है। घर से राबटर्सगंज, इसके बाद ओबरा के लिए निकले, प्रभानंद देव पांडेय किन हालातों में, मिर्जापुर के सिद्नाथ दरी पहुंच गए? शाम पांच बजे के बाद इंट्री बैन होने के बावजूद, वह किन हालातों में, मंगलवार की तड़के वहां बेसुध हाल में पाए गए? इसको लेकर जहां सस्पेंश की स्थिति बनी हुई है। वहीं, घोरावल या चुनार थाने में, घटना को लेकर कोई एफआईआर अभी दर्ज नहीं हो सकी है। परिस्थितियों को देखते हुए जहां हत्या की आशंका जताई जा रही है। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की शाम वाराणसी में दाह-संस्कार में जुटे परिजन अब पीएम रिपोर्ट पर नजर गड़ाए हुए हैं।
घर से निकलने के घंटों बाद बेसुध हाल में मिलने की आई सूचना
बताते हैं कि घोरावल थाना क्षेत्र के अहरौरा गांव निवासी प्रभानंद पांडेय हर घर नल योजना के तहत जिले में चल रहे कार्य में पेटी कांट्रैक्टर का काम कर रहे थे। गत सोमवार की सुबह वह घर से, बेटी की शादी की बातचीत के लिए ओबरा जाने की बात कहकर बाइक से निकले। राबटर्सगंज पहुंचने पर वह अपने बड़े भाई अधिवक्ता सुरेंद्र देव पांडेय से मिले। उनसे बातचीत करने के बाद, हेलमेट और बाइक, उनके कमरे पर छोड दी और बेटी की शादी तथा हर घर नल योजना में बकाए के सिलसिले में ओबरा जाने की बात कहकर निकल गए। कुछ समय बाद ही उनका फोन स्वीच्ड आफ मिला। परिवार वालों ने पहले सोचा कि मोबाइल डिस्चार्ज हो गया होगा लेकिन जब देर रात तक उनका पता नहीं चला तो परिवार के लोग उनकी सलामती को लेकर चिंतित हो उठे।
लापता होने के अगले दिन आई बेसुध हाल में मिलने की खबर
परिवार के लोग नात-रिश्तेदार, परिचितों के यहां उनके बारे में जानकारी जुटाने में लगे हुए थे। तभी मंगलवार की सुबह साढ़े छह बजे के करीब चौकीदार के जरिए सूचना आई कि प्रभानंद चुनार थाना क्षेत्र के सक्तेशगढ़ पुलिस चौकी अंतर्गत सिद्धनाथ दरी पर घायल हाल में बेसुध पाए गए हैं। जानकारी पाकर पहुंचे परिवार के लोग मौके पर पहुंचा तो देखा कि उनके शरीर के कई हिस्सो में चोट आई। वह कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थ। आनन-फानन में ट्रामा सेंटर वाराणसी पहुंचाया जहां देर रात उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। परिवार के लोगों ने घटना की जानकारी घोरावल और चुनार दानों थानों में दी लेकिन पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की बात कहती रही।
तीन भाइयों में सबसे छोटे थे प्रभानंद
प्रभानंद तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। सबसे बडे़ भाई सुरेंद्र वकालत करते हैं। वहीं, दूसरे बड़े भाई रामानंद खेती-बारी संभालते हैं। उनकी पहचान इलाके में वालीबाल के एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में रही है। उन्हें एक पुत्र, दो पुत्रियां हैं। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। छोटी बेटी के शादी को लेकर परिवार वालों की तरफ से तैयारी चल रही थी।
इन सवालों का नहीं मिल पा रहा जवाब
- घटना को लेकर जो सवाल परिवार के लोगों के जेहन में सुलग रहे हैं, उसके मुताबिक आखिरकार प्रभानंद राबर्टसगंज से ओबरा के लिए चले तो किन हालातों में वह मिर्जापुर के सक्तेशगढ़ स्थित सिद्धनाथ दरी पहुंच गए ?
- ओबरा के लिए निकलने के कुछ समय बाद उनका फोन क्यों स्वीच आफ आना शुरू हो गया?
- सिद्नाथ दरी पर शाम पांच बजे के बाद आम व्यक्तियों की इंट्री और मौजूदगी दोनों की मनाही है, फिर भी वह कैसे और किन हालातों में वह वहां पहुंचे और उन पर नजर, सुबह होने पर पड़ी।
- बगैर किसी साधन के अकेले सिद्धनाथ दरी पर पहुंचना, शरीर पर गंभीर चोट का निशान मिलना.. जैसी बातें मामले को संदिग्ध बनाए हुए हैं। परिवार के लोग भी स्थिति को देखते हुए हत्या की आशंका जता रहे हैं।