Mirzapur: SP सिटी संजय वर्मा के बेटे ने किया जिले का नाम रोशन, हासिल की UPSC में 200वीं रैंक
Mirzapur: मिर्ज़ापुर में अपर पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा के बेटे आदित्य वर्मा ने महज 22 वर्ष 6 महीने की उम्र में पहले प्रयास में ही UPSC की परीक्षा पास कर 200वी रैंक प्राप्त किया है।
Mirzapur: मिर्ज़ापुर में अपर पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात पुलिस अधिकारी संजय वर्मा (Additional Superintendent of Police Sanjay Verma) के बेटे ने अपने पहले ही प्रयास में प्रतिष्ठित संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा पास कर जिले का नाम रोशन किया है। एसपी सिटी के पुत्र आदित्य वर्मा महज 22 वर्ष 6 महीने की उम्र में पहले प्रयास में ही परीक्षा पास कर 200वी रैंक प्राप्त की है।
मिर्ज़ापुर में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा (Additional Superintendent of Police Sanjay Verma) के बेटे आदित्य वर्मा (Aditya Verma) ने UPSC की परीक्षा को पास कर सफलता हासिल किया। आदित्य वर्मा ने पहले प्रयास में ही परीक्षा पास किया।उन्हें 200 वी रैंक मिली। खास बात तो यह कि महज 22 वर्ष 6 महीने में ही उन्होंने यह परीक्षा पास किया।
आदित्य ने दिया अपने दादा को श्रेय
आदित्य वर्मा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई लखनऊ पब्लिक स्कूल (Lucknow Public School) से किया। वहाँ से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर दिल्ली चले गये, जहाँ से बीटेक किया। एमटेक के बजाय संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी शुरू किया, जिसमें पहले प्रयास में सफलता हासिल किया। परीक्षा पास करने के बाद आदित्य वर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने दादा, पिता और माँ को दिया। आदित्य ने कहा कि उन्ही की प्रेरणा से यह उपलब्धि हासिल हुई है। पिता को पुलिस अधिकारी के रूप में गरीबों की सेवा करते हुए देखा तो वही से प्रेरणा लेकर आईपीएस बन देश सेवा के लिए मौका मिला।
संघर्ष और मेहनत के बाद मिली सफलता: एसपी
वहीं, बेटे की सफलता पर खुश एसपी सिटी संजय वर्मा (SP City Sanjay Verma) ने कहा कि यह संघर्ष और मेहनत के बाद मिली सफलता है। मेरे पास शब्द नही इसके अलावा कुछ कहने के किये। हमे अपार खुशी है, एक पिता अपने बेटे के नाम से जाना जाय इससे बढ़कर हमारे लिए क्या खुशी होगी। सबसे कम उम्र के आदित्य ने अपने पिता और दादा को अपनी प्रेरणा मान कर तैयारी में जुटे रहे, वह बताते है कि कोरोना महामारी के दौरान ही हम तैयारी में जुट गए थे। जिसकी वजह से हमे यह सफलता मिली। जिसका श्रेय हम अपने दादा जी को देना चाहेंगे।