सपा नेता ने कहा कि वह माननीय को करेन्ट व गोपनीय सूचनाएं देते हैं पर जिस तरह दूध को गर्म कर उसकी कीमती मक्खन व दूध निकाल लिया जाता है। ठीक उसी तरह इसको भी गर्म कर इसमें से कीमती चीजें निकाल ली जाती हैं।
लोकायुक्त या कोर्ट में जाए मामला
सपा नेता जुल्फिकार को अपने सरकार की भी फिक्र है तभी उन्होंने लिखा है कि इन मामलों की जांच भी लोकायुक्त या अदालत की चौखट तक पहुंचे। इसलिए क्यों न हम रिश्वतखोरी का विरोध करें।
दर्जनों योजनाओं में रिश्वतखोरी
सपा नेता ने बीते साल जून महीने में विभिन्न विभागों के भ्रष्टाचार को लेकर कई गोपनीय सूचनाएं दी थी। इसमें सरकार की महत्वाकांक्षी समाजवादी पेंशन योजना, इंदिरा आवास, राजस्व, नहर, रेशम, पासपोर्ट, बेसिक शिक्षा विभाग, श्रम, गन्ना आदि विभाग शामिल हैं। सपा नेता ने सरकार को पत्र भेजकर बताया है कि इन योजनाओं में रिश्वतखोरी से जनता परेशान है।