बलरामपुर: नेपाल से तस्करी कर लाए जा रहे 2 नाबालिग भाई-बहन को एसएसबी की इंटरैक्शन टीम ने भारत-नेपाल सीमा पर बचा लिया है। इन बच्चों को नेपाल से भारत में कहीँ भेजा जाना था। हालांकि एसएसबी को देखकर तस्कर मौके से फरार हो गया।
दोनों नेपाली बच्चे भाई-बहन
-इंटरेक्शन टीम की पूछताछ में दोनों नाबालिग बच्चों ने अपना नाम सरिता गुप्ता(16) और केशव गुप्ता (13) बताया है।
-ये दोनों बच्चे भाई- बहन हैं।
-दोनों नेपाल के भालूबाग थाने के बसुरिया गांव, जिला दांग के रहने वाले हैं।
एसएसबी को देख तस्कर फरार
-एसएसबी की इंटरेक्शन टीम को दोनों नाबालिग बच्चे भारत-नेपाल बॉर्डर पर मिले।
-बच्चों के साथ एसएसबी जवानों को देखकर तस्कर मौके से फरार हो गया।
तस्कर ने कहा बढ़नी स्टेशन पर मिलना
-बच्चो ने बताया कि दयाराम गुप्ता नाम के आदमी ने उन्हें भारत के बढ़नी स्टेशन के पास पहुंचकर मिलने को कहा था।
-उसके बाद दयाराम उन्हें कहां ले जाना चाहता था, यह नहीं पता है।
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इंटरैक्शन टीम कर रही बेहतर काम
-पूरे मामले पर जानकारी देते हुए उपसेनानायक 50वीं वाहिनी एसएसबी जनार्दन मिश्रा ने बताया कि इंटरैक्शन टीम बहुत बेहतर काम कर रही है।
-जनार्दन मिश्रा ने कहा कि तस्करी कर ले जाये जा रहे 2 बच्चों को बचा लिया है।
-हालांकि तस्कर फरार हो गया।
तस्कर की तलाश शुरू
-एसएसबी ने दोनों बच्चों को नेपाल पुलिस की मौजूदगी में नेपाली एनजीओ को दे दिया है।
-लेकिन बच्चों के बताए तस्कर के हुलिये के अनुसार तस्कर की तलाश शुरू कर दी है।
पहले भी आ चुका है मानव तस्करी का मामला
25 अक्टूबर 2015 को भारत-नेपाल के बढ़नी बार्डर पर जांच अभियान के दौरान संदिग्ध अवस्था में मौजूद 3 नेपाली लड़कियों की तस्करी का मामला सामने आया था, जिसे एसएसबी इंटरैक्शन टीम ने बचाया था। तीनो लड़कियों को नेपाल पुलिस की मौजूदगी में एनजीओ किंगडम इमास्टमेन्ट को दे दिया गया था।