बदला-बदला सा होगा मेट्रो ट्रेन व स्टेशन, सरकार ने तय की गाइड लाइन

एनएमआरसी अधिकारी केंद्र सरकार व राज्य सरकार दोनों की गाइड लाइन का अध्ययन करेंगे। इसके बाद एनएमआरसी संचालन की रूप रेखा तय करेगी। हालांकि केंद्र सरकार की गाइड लाइन एनएमआरसी को मिल गई है। जिस पर मंथन किया जा रहा है।

Update: 2020-09-01 13:15 GMT
केंद्र सरकार व राज्य सरकार दोनों की गाइड लाइन का अध्ययन करेंगे। इसके बाद एनएमआरसी संचालन की रूप रेखा तय करेगी।

नोएडा : 15 दिन से ज्यादा संचालन बंद रहने के बाद 7 सितंबर से मेट्रो सवारियों के साथ दोबारा ट्रैक पर दौड़ने लगेगी। इस बार मेट्रो ट्रेन व स्टेशन का इंटीरियर बदला-बदला सा होगा। यह तय करने के लिए एनएमआरसी अधिकारी केंद्र सरकार व राज्य सरकार दोनों की गाइड लाइन का अध्ययन करेंगे। इसके बाद एनएमआरसी संचालन की रूप रेखा तय करेगी। हालांकि केंद्र सरकार की गाइड लाइन एनएमआरसी को मिल गई है। जिस पर मंथन किया जा रहा है। एनएमआरसी अधिकारी केंद्र सरकार व राज्य सरकार दोनों की गाइड लाइन का अध्ययन करेंगे। इसके बाद एनएमआरसी संचालन की रूप रेखा तय करेगी। हालांकि केंद्र सरकार की गाइड लाइन एनएमआरसी को मिल गई है। जिस पर मंथन किया जा रहा है।

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मैन्यूवल व सिग्नल जांच

एनएमआरसी के अधिकारी ने बताया कि तकनीकी जांच के लिए प्रति दिन ट्रैक पर ट्रेनों को चलाया जा रहा है। मैन्यूवल व सिग्नल जांच भी की जा रही है। स्टेशन परिसर की साफ-सफाई व सैनेटाइजेशन का कार्य भी किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन के लिए यह पहले ही मार्किंग की जा चुकी है।

 

नोएडा-ग्रेनो रुट के लिए 19 ट्रेन हैं। इनमे से 14 ट्रेन रोजाना चलायी जाती हैं। बाकी ट्रेन रिजर्व में रखी जाती हैं। नई गाइड लाइन के अनुसार एक कोच में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 4० से 5० मुसाफिर ही सफर सकते है। ऐसे में रिजर्व ट्रेनों को ट्रैक कर उतारा जा सकता है। बहराल दोनों गाइड लाइनों के अध्यक्ष के बाद ही एक नई गाइड लाइन तैयार होगी। जिसके अनुसार ही मेट्रो का संचालन होगा।

आरोग्य सेतू एप से जनरेट होगा क्यूआर कोड

मुसाफिरों के लिए टोकन की व्यवस्था नहीं होगी। उन्हें स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करना होगा। एनएमआरसी क्यू आर कोड का पहले से ही प्रयोग करती आ रही है। यहा मोबाइल एप के जरिए भी क्यू आर कोड जनरेट होता है। ऐसे में क्यू आर कोड के लिए एनएमआरसी को एक लिंक आरोग्य सेतू एप से जोड़ना होगा। ताकि मुसाफिर आरोग्य सेतू से क्यू आर जनरेट कर यात्रा कर सके।

 

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इन गाइड लाइन का किया जा सकता है पालन

-ट्रेन व स्टेशन में सोशल डिस्टेंसिंग की मानिटरिंग सीसीटीवी से होगी।

-एक ट्रेन में जितने मुसाफिर जाएंगे एंट्री गेट पर ही उनकी संख्या का निर्धारण किया जाएगा।

-अलटरनेट क्रम में सीटों पर एक्स का निशान लगाया जाएगा।

-भीड़ न बढ़े इसके लिए अतरिक्त मेट्रो चलाई जाएंगी।

-मेट्रो में ताजी हवा पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। तापमान 24 से 3० डिग्री सेल्सियस ही रहेगा।

-महिला कोच होगा या नहीं मेट्रो प्रबंधन इस पर फैसला कर सकती है।

-हर चार घंटे में लिफ्ट के बटन एक्सलेटर सेनेटाइज

-संदिग्ध के लिए प्रत्येक स्टेशन पर एक क्वारंटाइन केबिन बनाया जाएगा।

-शॉप क्योस्क फूड प्वाइंट खुल सकते है।

 

दीपांकर जैन

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