Hardoi News: छुट्टा जानवरों से परेशान ग्रामीणों ने निकाला नायाब तरीका, ऐसे की प्रशासन से मांग
Hardoi News: धूप-छांव और पानी-बूंद में अपनी खेतों में फसल बोने और फिर उसे बर्बाद होते देख गांव वालों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। उन्होंने छुट्टा घूम रहे गौ-वंशों को परिषदीय स्कूल में हांककर उन्हें वहां बंद कर दिया।
Hardoi News: धूप-छांव और पानी-बूंद में अपनी खेतों में फसल बोने और फिर उसे बर्बाद होते देख गांव वालों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। उन्होंने छुट्टा घूम रहे गौ-वंशों को परिषदीय स्कूल में हांककर उन्हें वहां बंद कर दिया। गांव वालों का कहना है कि इस मामले में जब तक कोई कदम नहीं उठाया जाता, तब तक गौ-वंश इसी तरह बंद रहेंगे।
किसानों की फसल चट कर जाते हैं छुट्टा गौवंश
जानकारी के मुताबिक हरियावां थाने के बरमहौला में गौवंश छुट्टा घूम रहे हैं। उनके लिए आश्रय स्थल के नाम पर लाखों खर्च हो रहे हैं। लेकिन फिर भी वहां खेतों में बोई गई फसल बच नहीं पा रही है। छुट्टा घूमने वाले गौवंश सारी फसल चट कर रहें हैं। धूप-छांव हो या पानी-बूंद में पसीना बहाने वाले किसान फसल बचाने के लिए रात-रात भर जाग रहे हैं। लेकिन फिर ज़रा सी चूक होते ही गौवंश तैयार हुई फसल को चट कर जाते हैं।
जिम्मेदारों ने नहीं दिया ध्यान तो उठाया कदम
किसानों का कहना है कि उन्होंने इस बारे ज़िम्मदारों तक कई अपनी बात पहुंचाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। गुस्साए गांव वालों ने एक राय होकर खेतों में छुट्टा घूम रहे सारे गौवंशों को वहां के प्राथमिक विद्यालय में हांक कर उन्हें वहां बंद कर दिया। इस बीच वहां काफी भीड़ देखी गई। गांव वालों का कहना है कि अब उन्हें किसी से कोई बात नहीं करनी। जब तक इस बारे में कोई पुख्ता हल नहीं निकाला जाएगा। तब तक गौवंश इसी तरह स्कूल में बंद रहेंगे।
गौशालाओं की दुर्दशा से बढ़ी समस्या
शासन व सरकार आवारा गौवंशों को लेकर दिशा निर्देश देती रहती है लेकिन ज़िला स्तर पर बनी गौ शालाओं में अव्यवस्थाओं के चलते या तो गौवंशों की मौत हो रही है या फिर वहां से गौवंश वापस भाग जा रहे हैं। आवारा गौवंश चुनावी मुद्दा भी रहा है।