सुन्नी बरेलवी कांफ्रेंस: देश-विदेश के कई बुद्धिजीवियों ने की शिरकत, इन 10 मुद्दों पर हुई बात
दरगाह आला हजरत की तरफ से शहर के इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में सुन्नी बरेलवी कांफ्रेंस आयोजित हुई। इसमें देश-विदेश के कई बुद्धिजीवियों ने शिरकत की। विशेष रूप से भारत की तमाम दरगाह और ख़ानकाह के सज्जादनशीं ने भी शिरकत की।
बरेली : दरगाह आला हजरत की तरफ से शहर के इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में सुन्नी बरेलवी कांफ्रेंस आयोजित हुई। इसमें देश-विदेश के कई बुद्धिजीवियों ने शिरकत की। विशेष रूप से भारत की तमाम दरगाह और ख़ानकाह के सज्जादनशीं ने भी शिरकत की।
कांफ्रेंस का उद्देश्य कई अहम मुद्दों पर तकरीर और चर्चाओं के जरिए अपने सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक मामलों को केंद्र सरकार तक पहुंचाना था। इसमें दस खास बिंदुओं, जो कांफ्रेंस का खास मुद्दा था के संबंध में बनाकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन डीएम बरेली को सौंपा।
ये रहें 10 खास मुद्दे
-भारत को नशा मुक्त करने के लिए तमाम नशीले पदार्थों पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जाए।
-तारीक फतेह और तसलीमा नसरीन जैसे लोग जो भारत के गंगा-जमनी तहजीब को तहस-नहस करना चाहते हैं और यह दूसरे मुल्कों के द्वारा सुनियोजित तरीके से भारत भेजे गए हैं।
-इनसे भारत की अखण्डता को बहुत बड़ा खतरा पैदा हो गया है इन्हें तत्काल भारत से निकाला जाए।-पैगंबरे इस्लाम की शान में गुस्ताखी करने वालों के खि़लाफ सख्त कानून बनाया जाएं।तीन तलाक का मुद्दा जो मुस्लिम पर्सनल लाॅ के तहत आता है इसमें हुकूमते हिंद द्वारा अनावश्यक छेड़छाड़ न की जाएं।
-सुन्नी औक़ाफ से जुड़े सारे मामले सुन्नी वक्फ बोर्ड को सौंपे जाएं तथा इस बोर्ड में सुन्नी बरेलवी सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएं।
-ऐसे मुसलमान जो सिर्फ शक के बुनियाद पर बेगुनाह जेलों मे बंद हैं उन्हें रिहा करने के साथ ही जेल में बीते वक्त का मुआवजा भी दिया जाए।
-गरीब बच्चों की तालीम, किताबें तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिग की व्यवस्था की जाएं।
-मस्जिदों, मदरसों और क़ब्रिस्तानों की हिफाज़त की जाये और इन पर हो रहे अवैध कब्जों से इन्हें मुक्त कराया जाएं।
-प्रतियोगी परीक्षाओं का माध्यम हिन्दी के साथ उर्दू में भी किया जाएं।
-गवर्नमेंट स्कूलों के अध्यापन तथा विद्यालयों में सुधार किया जाएं।