हरदोई : यूपी के हरदोई में पीएम मोदी के 'स्वच्छ भारत मिशन' को पलीता लगता दिख रहा है। यहां सरकारी शौचालयों का इस्तेमाल बेडरुम की तरह हो रहा है। कई शौचालयों में जानवरों को बांधा जा रहा तो कहीं कंडे रखे जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के हरदोई के सुरसा विकास खंड में एक गांव हुसियापुर है। यह समग्र गांव की सूची में शामिल है, लेकिन यहां गरीबी और अशिक्षा के कारण हालात बदतर हैं। इस गांव के शौचालय में कहीं पुआल रखा मिल जाता है तो किसी में कपड़े टंगे हैं।
क्यों नहीं करते शौचालय का इस्तेमाल ?
*आंकड़ों की मानें तो पूरे विश्व में खुले में शौच जाने वाला हर आठवां व्यक्ति यूपी का है ।
*मोदी के स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण का यहां उड़ रहा मजाक ।
*सरकारी शौचालयों को बना दिया बेडरुम, पुआल पर लगाया बिस्तर ।
*किसी शौचालय में जानवर बंधे हैं तो कहीं कंडे रखे जा रहे ।
*किसी शौचालय में कपड़े टांग दिए गए हैं ।
*शौचालय चार-पांच साल पुराने हैं।
*घर में जगह नहीं इसलिए शौचालय बने बेडरुम।
*शौचालयों की गुणवत्ता इतनी खराब की इस्तेमाल लायक भी नहीं।
*शौचालयों के इस्तेमाल के लिए लोगों में जागरूकता नहीं।
*डीएम रमेश मिश्रा मानते हैं कि शौचालयों का अपेक्षा के हिसाब से उपयोग नहीं होता।
*लोगों को लगातार जागरूक करने के हो रहे प्रयास ।
*खुले में शौच को रोकना अधिकारियों के लिए चुनौती।
*समय-समय पर गांव वालों की होती है काउंसलिंग।
*बैनर-पोस्टर से भी दिया जाता है संदेश।
नीचे की स्लाइड्स में तस्वीरों में देखिए, 'स्वच्छ भारत मिशन' की हकीकत...
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