Sonbhadra News: लेखाकार-प्रमुख खेमे में खिंची तलवारें, कर्मचारी संघों ने डीएम को सौंपी शिकायत
Sonbhadra News Today: लेखाकार की तरफ से प्रमुख पति पर, पत्नी के प्रमुख होने का फायदा उठाकर, कोन ब्लाक में संचालित योजनाओं में अनुचित लाभ लेने का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया है।
Sonbhadra News: जिले के कोन ब्लाक में विकास योजनाओं के मसले को लेकर लेखाकार और प्रमुख खेमें में तलवारें खिंचनी शुरू हो गई है। लेखाकार की तरफ से प्रमुख पति पर, पत्नी के प्रमुख होने का फायदा उठाकर, कोन ब्लाक में संचालित योजनाओं में अनुचित लाभ लेने का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया है और इसको लेकर दूरभाष के जरिए प्रमुख पति की तरफ से दुव्र्यवहार किए जाने की शिकायत की गई है। वहीं राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ और ग्राम विकास अधिकारी संघ की तरफ से जिलाधिकारी को पत्रक सौंप मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है।
उधर, प्रमुख पति शशांक मिश्रा ने आरोपों को गलत बताया है और लेखाकार पर बगैर प्रमुख से सहमति लिए 10 लाख के भुगतान सहित अन्य गड़बड़ियां बरते जाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि गड़बड़ियां उजागर न होने पाए, इसके लिए लेखाकार की ओर से शिकायत कराई जा रही है।
इन आरोपों के कारण सुर्खियों में आया मामला
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश की सोनभद्र इकाई के अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार त्रिपाठी, मंत्री मो. सलाउद्दीन, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला महामंत्री वीरेंद्र कुमार, ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अरूण कुमार सिंह की तरफ से डीएम को दिए गए पत्रक में लेखाकार विशाल जायसवाल की तरफ से उपलब्ध कराए गए।
पत्र का हवाला देते हुए कहा कि प्रमुख पति द्वारा लेखाकार पर कोन विकास खंड में संचालित होने वाली विभिन्न योजनाओं में अनुचित लाभ के लिए दबाव डाला जाता है। आरोप लगाया गया है कि गत 23 नवंबर को दोपहर बाद तीन बजे के करीब दूरभाष के जरिए उन्हें अपमानजनक शब्द कहे गए। पूर्व में भी दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है।
गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए कराई जा रही शिकायतः' प्रमुख पति
वहीं, इस मसले पर सेलफोन पर हुई वार्ता में प्रमुख पति शशांक मिश्रा ने आरोपों को गलत बताया। कहा कि फाइल पर बगैर प्रमुख के हस्ताक्षर के ही 10 लाख का भुगतान कर दिया गया है। मनरेगा के भुगतान में भी गड़बड़ियां की गई हैं।
इस पर पर्दा पड़ा रहे, इसके लिए गलत शिकायत कराई जा रही है। दूरभाष पर अपमानजनक शब्द कहे जाने के आरोप पर कहा कि प्रमुख का दायित्व पत्नी निभाती है। उनका कोई हस्तक्षेप कभी नहीं रहा है, इसलिए अपमानजक शब्द का सवाल ही पैदा नहीं होता।
हाल तक कोन के बीडीओ रहे मोहम्मद तारिक का कहना था कि उनके समय में ऐसा कोई विवाद या कोई मसला उनके सामने नहीं आया, इसलिए वह किसी तरह की टिप्पणी करने में असमर्थ हैं।
वहीं मौजूदा बीडीओ उत्कर्ष कुमार का फोन पर कहना था कि प्रकरण उनके संज्ञान में भी आया है। अभी तक दोनों पक्षों के बीच कुछ मनमुटाव की स्थिति सामने आई है। जल्द ही वार्ता कराकर, प्रकरण का पटाक्षेप करा दिया जाएगा।