ये टीचर है या हैवान! छोटी से गलती की अपाहिज बच्चे को मिली ऐसी सजा की ......
दिल दहला देने वाली ये तस्वीर है यूपी के वीवीआईपी जिले अमेठी के प्राइमरी स्कूल पाली की। यहां एक टीचर जल्लाद बन गया और उसने हैंडीकैप बच्चे को मार-मार कर उसका ऐसा हाल बना दिया कि उसे देख कर ही उसका दर्द समझ आ जाए।
अमेठी: दिल दहला देने वाली ये तस्वीर है यूपी के वीवीआईपी जिले अमेठी के प्राइमरी स्कूल पाली की। यहां एक टीचर जल्लाद बन गया। उसने हैंडीकैप बच्चे को मार-मार कर उसका ऐसा हाल बना दिया कि उसे देख कर ही उसका दर्द समझ आ जाए।
क्लास 2 में पढ़ता है मासूम
- शुकुल बाज़ार थाना क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल पाली में गांव के ही रमेश कुमार का 7 वर्षीय पुत्र सुभाष क्लास 2 का स्टूडेंट है।
- पिता रमेश की मानें तो उनका पुत्र जन्म से ही हैंडीकैप है, फिर भी वो उसे आम बच्चों वाले स्कूल में पढ़ने के लिये भेजते हैं।
- बुधवार 14 मार्च को रोज़ की तरह सुभाष स्कूल गया और उसने कुछ देर बाद क्लास में ही बैग फेंक दिया।
- सुभाष की इस हरकत पर क्लास में ड्यूटी पर मौजूद ट्रेनी टीचर ऋतुराज को गुस्सा आ गया।
- आरोप है कि इस पर ऋतुराज ने स्केल से सुभाष को जमकर पीटा, पिटाई में सुभाष के हाथ, सिर और पीठ पर गहरी चोटें आई।
लेटने तक में हो रही परेशानी
- तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि किस हैवानियत से टीचर ने स्टूडेंट की पिटाई की है।
- उधर सुभाष अपने दर्द और साथ हुई यातना को बता भी नहीं सकता था।
- स्कूल का एक साथी उसके साथ था जिसनें गार्जियन को सब कुछ बताया।
- अब आलम ये है की उसकी पीठ सूजी है वो सही से लेट भी नहीं सकता।
सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रहा टीचरों का जल्लादी रवैया
आमतौर पर प्राइमरी स्कूलों की बदहाली और यहां के टीचरों के बुरे बरताव के कारण गार्जियन बच्चों को एजुकेशन के लिये नर्सरी स्कूलों में भेज रहे हैं। इस बात को मद्देनज़र रखते हुए सरकार ने ड्रेस, कापी-किताब, जूते आदि स्कीम चलाकर लोगों को इस ओर खींचना चाहा। लेकिन प्राइमरी टीचरों का जल्लादी पन सरकार के मंसूबों पर पानी फेर रहा। अब शुकुल बाज़ार थाना क्षेत्र के प्राइमरी स्कूल पाली की तस्वीर इस बात की सार्थक गवाह है।
BSA ने रटे-रटाये अंदाज़ में दिया जवाब- जांच कर होगी कार्रवाई
इस मामलें में अमेठी के बीएसई से जब बात की गई तो उन्होंंने इतना कह कर पल्ला झाड़ लिया की मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। फिर रटे-रटाये अंदाज़ में जवाब दिया कि जांच कर कार्रवाई की जायेगी।