अयोध्या: सुन्नी वक्फ बोर्ड का बड़ा ऐलान, आज रिलीज होगा ब्लू प्रिंट

अयोध्या में बनाई जा रही मस्जिद और अन्य भवनों का डिजाइन कर रहे प्रोफेसर एसएम अख्तर ने इसे अंतिम रूप दे दिया है। IICF ने 19 दिसंबर को धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का खाका सार्वजनिक करने का फैसला किया है। मस्जिद परिसर में एक मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, एक कम्युनिटी किचेन और एक लाइब्रेरी भी होगी।

Update:2020-12-19 12:40 IST
अयोध्या: सुन्नी वक्फ बोर्ड का बड़ा ऐलान, आज रिलीज होगा ब्लू प्रिंट

अयोध्या: अयोध्या में पांच एकड़ में बनने वाली नई मस्जिद की नींव 26 जनवरी को रखी जाएगी। बाबरी मस्जिद की जगह बनने वाली नई मस्जिद के ब्लूप्रिंट को आज सुन्नी वक्फ बोर्ड द्वारा अनावरण किया जायेगा। इस ब्लू प्रिंट की जिम्मेदारी जामिया के आर्किटेक्चर विभाग के डीन डॉ. एसएम अख्तर को दिया गया हैं। प्रोफेसर SM अख्तर के लखनऊ में एक आर्किटेक्चर और टाउन प्लानर हैं। जैसा की आप जानतें हैं की शुभ कार्य के लिए पूजन किया जाता हैं। इसलिए जब मस्जिद निर्माण की बात आई तो भूमि पूजन के लिए प्रतिनिधि ने कहा, इस्लाम में किसी भूमि पूजन का रिवाज नहीं होता हैं, इसके एक साधारण तरीके से ही पूरा किया जायेगा।

मजिस्द परिसर में मिलगी सुविधा

अयोध्या में बनाई जा रही मस्जिद और अन्य भवनों का डिजाइन कर रहे प्रोफेसर एसएम अख्तर ने इसे अंतिम रूप दे दिया है। IICF ने 19 दिसंबर को धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद का खाका सार्वजनिक करने का फैसला किया है। मस्जिद परिसर में एक मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, एक कम्युनिटी किचेन और एक लाइब्रेरी भी होगी। अख्तर के अनुसार ,मस्जिद में एक साथ 2,000 नमाजियों नमाज अदा कर सकेगे और इसका ढांचा गोलाकार होगा। यह मस्जिद बिजली के लिए सौर ऊर्जा पर निर्भर होगी और इसमें प्राकृतिक रूप से तापमान नियंत्रित रखने की भी व्यवस्था होगी।

ये भी पढ़ें: 451 साल की गुलामी के बाद आज आजाद हुआ था गोवा, जानिए राज्य का इतिहास

गरीब को दिया जायेगा खाना

कम्युनिटी किचेन में आसपास के गरीबों के लिए दिन में दो बार खाना परोसा जाएगा। अख्तर ने कहा कि यह मस्जिद बाबरी मस्जिद से के आकर से बहुत बड़ी होगी। बाबरी मस्जिद की तरह इस मस्जिद का ढांचा नहीं होगा। परिसर में अस्पताल का सबसे ऊपर होगा। यह इस्लाम की सच्ची भावना से मानवता की सेवा करेगा जैसा कि पैगंबर ने 1,400 वर्ष पहले बताया था। उन्होंने ये भी कहा कि हॉस्पिटल सामान्य हॉस्पिटल की तरह नहीं होगा। इस परिसर का आर्किटेक्चर मस्जिद की तरह ही रखा गया हैं।

मरीजों का होगा मुफ्त में इलाज

इसमें इस्लाम के प्रतीकों का भी वास्तुकला से निर्मित होगा। यह 300 बेड का अस्पताल होगा, जहां बीमारों के मुफ्त इलाज का इंतजाम होगा। ट्रस्ट नर्सिंग और पैरामेडिक कॉलेज बनवाने लिए सोच रहा हैं मस्जिद परिसर के लिए IICF ने कहा, अस्पताल के लिए हम कॉरपोरेट घरानों से भी सहायता के लिए आशा कर रहे हैं। यहां दान करने के लिए मंजूरी लने पर कई लोग मदद करना चाहेंगे। विदेशी दान विनियमन कानून (FCRA) के तहत आवेदन करेंगे और विदेशों रह रहे में भारतवासी मुस्लिमों से धनराशि की सहायता के लिए अनुरोध करेंगे।

ये भी पढ़ें: UP पुलिस की परीक्षा से पहले STF ने किया सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, 8 गिरफ्तार

न्यूजट्रैक के नए ऐप से खुद को रक्खें लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड । हमारा ऐप एंड्राइड प्लेस्टोर से डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें - Newstrack App

Tags:    

Similar News