19 दिसंबर से पहले खुल जाएगा ‘पंडित बिस्मिल’ शहीद स्थल का दरवाजा, दिखेंगे ये बदलाव
गोरखपुर: जिला जेल कारागार में स्थित पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की शहीद स्थल का दरवाजा 19 दिसंबर से पहले आमजन के लिए खुल जाएगा। गेट पर लगे इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड पर बिस्मिल की वीर गाथा दिखेगी। सुरक्षा के लिहाज से शहीद स्थली के चारों तरफ से कटीले तार से घेरा जाएगा। डीआईजी जेल अरविंद सिंह ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक और अन्य अधिकारियों के साथ इसको लेकर बैठक की। जिसमें ये सभी फैसले लिए गये है।
यहां बता दे कि 9 माह पहले शहीद रामप्रसाद बिस्मिल शहीद स्थली का गेट जेल प्रशासन ने बंद करा दिया था। शहीद के दर्शन के लिए जाने वाले लोगों को जेलर से अनुमति लेनी पड़ती थी। वहां तक पहुंचने के लिए जेल के मुख्य दरवाजे से होकर जाना पड़ता है। कई संस्थाओं के आपत्ति जताने पर अब प्रशासन ने अलग से गेट बना कर आमजन के लिए खोलने का निर्णय लिया है।
गेट से प्रवेश करने के बाद बिस्मिल की कोठरी तक जाने के लिए अलग से रास्ता बनाया जाएगा जो कटीले तार से घिरा रहेगा। बिस्मिल की जीवनी जेल के चारदीवारी पर लिखी जाएगी। पेंटिंग के जरिए उनकी संघर्ष गाथा का बयां होगा ऑडियो के जरिए शहीद के बारे में जानकारी देने की तैयारी की गई है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ रामधनी ने बताया कि सुरक्षा के लिए जेल पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे शहीद स्थली का सुंदरीकरण भी कराया जाएगा।
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