पहले सैफई महोत्सव होते थे अब बिठूर,काशी,चित्रकूट,मथुरा महोत्सव हो रहे हैं: केशव मौर्य
उन्होंने कुम्भ मेले पर बोलते हुए कहा कि 2019 का कुम्भ मेला का ऐसा आयोजन किया है कि इतिहास में इससे पहले इस तरह का कुम्भ मेला नही हुआ होगा। प्रयागराज हमारी जन्म और कर्म भूमि है तो मेरा दायित्व बनता है कि इसकी तैयारी पूरी तरह से व्यवस्थित हो।
कानपुर: बिठूर महोत्सव के समापन पर पहुंचे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि पहले सैफई महोत्सव होते थे। लेकिन जब से प्रदेश में बीजेपी की सरकार आयी है बिठूर, काशी, अयोध्या,चित्रकूट महोत्सव हो रहे हैं।
उन्होंने कुम्भ मेले पर बोलते हुए कहा कि 2019 का कुम्भ मेला का ऐसा आयोजन किया है कि इतिहास में इससे पहले इस तरह का कुम्भ मेला नही हुआ होगा। प्रयागराज हमारी जन्म और कर्म भूमि है तो मेरा दायित्व बनता है कि इसकी तैयारी पूरी तरह से व्यवस्थित हो।
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उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में बिठूर पर्यटन का केंद्र बनेगा। प्रदेश का कोई ऐसा हिस्सा नही है जहा पर प्रभु का स्थल हो और इस तरह के महोत्सव न हो रहा हो। बिठूर की भूमि ऐसी है जहा अंग्रेजो को घूल चटाई गयी हो। नानाराव पेशवा का यह किला इस बात का सबूत है जो अंग्रेजो के खिलाफ संघर्ष को दर्शाता है। अविरल गंगा निर्मल गंगा यह हमारी सरकार का संकल्प है। लेकिन समाज यदि सहयोग नही करेगा तो अविरल और निर्मल गंगा नही मिल सकती है।
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पूर्व की सरकारें विश्व के सबसे बड़े कुम्भ मेले पर गंभीरता नही दिखाती थी: उपमुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें विश्व के सबसे बड़े कुम्भ मेले पर गंभीरता नही दिखाती थी। इसके साथ ही वो संकुचित मानसिकता के साथ कुम्भ मेले का आयोजन कराती थी। उन्होंने कानपुर की जनता को कुम्भ आने का निमंत्रण भी दिया और कहा कि इस बार आस्था के संगम में डुबकी लगाना। इसके बाद बताना कि हमने कुम्भ में किस तरह की व्यवस्थाएं की है। इसके बाद आकलन करना कि पूर्व की सरकारों में किस तरह की व्यवस्थाए होती थी।
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यह हमारी सरकार का अहंकार नहीं है बल्कि यह हमारा दायित्व है और उसका निर्वहन कर रहे हैं। गंगा मैया की कृपा से हमें पूरा विश्वास है यह 2019 का कुम्भ का मेला अब तक के जितने भी कुभ के मेले हुए है उनमे सब में सब से व्यवस्थित होगा। मेला क्षेत्र का विस्तार किया गया है सभी तीर्थयात्रियों, साधू संतो के लिए व्यवस्था की गयी है। केंद्र सरकार ने भी मदद की है और प्रदेश सरकार ने अपने खजाने का मुंह खोल दिया है।