Varanasi: काशी विश्वनाथ मंदिर से पकड़े गए 3 संदिग्ध, सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ में जुटीं, झारखंड के हैं तीनों

Varanasi News: काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर- 4 से तीन संदिग्ध युवकों को पकड़ा गया है। ये तीनों युवक झारखंड के गिरिडीह के निवासी हैं। एजेंसियां जांच में जुटी हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2022-11-14 11:45 IST

काशी विश्वनाथ मंदिर (Social Media)

Varanasi News : वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) के गेट नंबर- 4 के पास से तीन संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी मंदिर परिसर में प्रवेश कर चुके थे। जानकारी के अनुसार , इनमें से दो युवक अन्य समुदाय के हैं। मंदिर की सुरक्षा में जुटे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दरोगा ने तीनों को मंदिर के ईस्ट गेट से पकड़ा। तीनों युवक झारखंड के गिरिडीह के निवासी बताए जाते हैं। गौरतलब है कि, तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी ऐसे वक्त हुई है जब सोमवार (14 नवंबर) को ज्ञानवापी मस्जिद-श्रृंगार गौरी मामले पर वाराणसी कोर्ट का अहम फैसला आने वाला है। 

काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 से तीन संदिग्ध युवकों को पकड़ा गया है। इन तीनों युवकों को काशी विश्वनाथ धाम के पूर्वी द्वार से पकड़ने के बाद चौक पुलिस के हवाले कर दिया गया है। तीनों युवक झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए चौक थाने में आईबी व अन्य सुरक्षा एजेंसियां इन तीनों युवकों से पूछताछ करने में जुटी हुई हैं। पकड़े गए संदिग्धों में से दो युवक मुस्लिम समुदाय के बताए जा रहे हैं। हालांकि इनके पास से कोई प्रतिबंधित सामान्य या खतरनाक चीज नहीं मिली है।

सीआरपीएफ के दरोगा ने तीनों को पकड़ा

काशी विश्वनाथ मंदिर की धार्मिक महत्ता के कारण यहां पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा में सीआरपीएफ को भी लगाया गया है। आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी में लगे सीआरपीएफ के दरोगा ने ही इन तीनों संदिग्धों को पूर्वी द्वार से पकड़ा। उनकी गतिविधियां संदिग्ध दिखने के बाद उन्हें चौक पुलिस के हवाले कर दिया गया।

इस बाबत जानकारी देते हुए पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार की शाम काशी विश्वनाथ धाम के गेट नंबर 4 से दर्शनार्थी बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए अंदर प्रवेश कर रहे थे। इसी दौरान ये तीनों युवक भी काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश कर पूर्वी द्वार की तरफ बढ़ गए। इन तीनों युवकों पर संदेह होने के कारण सीआरपीएफ के दरोगा ने इन तीनों को रोका। पूछताछ करने पर दो युवकों ने खुद को दूसरे समुदाय का बताया। ये तीनों युवक झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले हैं।

दो युवकों ने बांध रखा था हरा गमछा

शुरुआती पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया कि वे अपने एक हिंदू दोस्त के साथ मंदिर परिसर देखने आए थे। तीन संदिग्ध युवकों को पकड़े जाने के बाद इस मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। दशाश्वमेध के एसीपी अवधेश पांडे का कहना है कि हिरासत में लिए गए तीनों युवकों से पूछताछ की जा रही है। इन तीनों युवकों के पास से कुछ आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई है। युवकों की ओर से दी गई जानकारी की तस्दीक के लिए गिरिडीह पुलिस से संपर्क साधा जा रहा है। हिरासत में लिए गए तीन युवकों में से दो युवकों ने हरा गमछा बांध रखा था।

युवकों के मोबाइल की भी जांच पड़ताल

पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया है कि तीनों को अजमेर शरीफ जाना था। उन्हें शाम के समय कैंट स्टेशन से ट्रेन पकड़नी थी। उनका कहना है कि घाट और कॉरिडोर घूमने के लिए वे मंदिर तक आए थे। पुलिस ने इन तीनों युवकों के मोबाइल को कब्जे में लेकर भी जांच पड़ताल की है। हालांकि उनके मोबाइल में पुलिस को अभी कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है। तीनों युवकों से आईबी अधिकारियों ने भी पूछताछ की है। ज्ञानवापी मामले में आए जो फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में काशी विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी परिसर की सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है।

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