Firozabad News: पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने नूपुर शर्मा मामले पर बोलने से किया इनकार, कहा- न्यायालय कर रहा है अपना कार्य
Firozabad News: पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नूपुर शर्मा को फटकार लगाने के मामले पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि कहा 'भाजपा पहले ही उन्हें पद से हटा चुकी है।
Firozabad News: उत्तर प्रदेश के जनपद फ़िरोज़ाबाद क्लब (Firozabad Club) में आये पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने उच्चतम न्यायालय (Supreme court) द्वारा नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को फटकार लगाने के मामले पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि कहा 'भाजपा (BJP) पहले ही उन्हें पद से हटा चुकी है, पार्टी से भी निकाल चुकी है इस पर कोई टिप्पणी नहीं। उन्होंने कहा कि न्यायालय अपना कार्य कर रहा है।
मंत्री जयवीर सिंह ने "अपना घर वृद्धाश्रम" का भी किया निरीक्षण
बता दें कि उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह (Tourism Minister Jaiveer Singh), युवा व्यापारी पंकज गुप्ता के निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे आज उनके अनुज भ्राता की शादी है। इसके बाद मंत्री जयवीर सिंह "अपना घर वृद्धाश्रम" में भी गए थे उन्होंने कहा कि लावारिस घूम रहे वृद्धों को आसरा देने का समाजसेवियों का यह कार्य सराहनीय है।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने सीएमओ को दिए ये निर्देश
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने सीएमओ (CMO) को निर्देश देते हुए कहा कि हर सप्ताह जिला अस्पताल से एक डॉक्टर जाएं और वहां चेकअप करें ताकि उनका स्वास्थ्य ठीक बना रहे। इस मौके पर उनके साथ भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष कन्हैयालाल गुप्ता भी मौजूद रहे।
सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा मामले में क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने नूपुर शर्मा मामले में शुक्रवार एक महत्वपूर्ण सवाल उठाते हुए कहा कि "कौमों को लड़ाना हमारे नेताओं का काम नहीं होना चाहिए। यह काम तो अंग्रेजों का था। अंग्रेजों ने हमारी संस्कृति, देवी-देवता, जात-पात सबको हथियार बनाकर उनसे हमें ही काटा और काटते चले गए और यह सिलसिला अब भी जारी है।"
इसके आगे सुप्रीम कोर्ट ने ईश निंदा की श्रेणी में आने वाला बयान देने वाली नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को बुरी तरह फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि जो कौमी आग लगी, जो नफरत का माहौल बना, वह सब नूपुर शर्मा के बयान का ही दुष्परिणाम है। कोर्ट ने हमारी व्यवस्था और शासन की लापरवाही पर भी हैरत जताई। कहा कि यह कितना अन्यायपूर्ण और असहनीय है कि नूपुर शर्मा ने जिसके खिलाफ शिकायत की, उसे तो गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन बयान देने वाली नूपुर को गिरफ्तार नहीं किया।