पहले की करोड़ों की हेराफेरी, परिवार समेत खुद को गोली मार उड़ाया, जानें पूरा मामला

8 नवंबर 2016 का दिन सबको याद रहता है क्योंकि इस दिन मोदी सरकार ने भारत में 500 और 1000 के नोट बंद करा दिए थे। नोटबंदी के बाद बहुत से लोगों के काले धंधे सामने आए थे।

Update: 2020-01-01 07:13 GMT

नई दिल्ली: 8 नवंबर 2016 का दिन सबको याद रहता है क्योंकि इस दिन मोदी सरकार ने भारत में 500 और 1000 के नोट बंद करा दिए थे। नोटबंदी के बाद बहुत से लोगों के काले धंधे सामने आए थे। बहुत से बड़े-बड़े लोगों का भी इसमें नाम आया था। अब इसी को लेकर नई खबर आ रही है। खबर ये है कि नोटबंदी के दौरान तीन सौ करोड़ रुपये के हेरफेर के आरोपी ने एक्सप्रेसवे के निकट पत्नी, बच्चे और खुद को गोली मार ली। इस हादसे में एक बच्चा घायल भी हुआ है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन में खलबली मच गई। इस मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुटी है।

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यमुना एक्सप्रेसवे के वृंदावन कट के पास झज्जर अंडरपास में बुलियन कारोबारी नीरज अग्रवाल (40) पुत्र दिनेश चंद अग्रवाल, पत्नी नेहा (36), बेटी धन्या (6) निवासी गऊघाट का शारीर कार में खून से लथपथ मिला, वहीं कारोबारी का बेटा 10 साल का शौर्य घायल मिला।

हादसे में कारोबारी, पत्नी और बेटी को गोली लगी हुई थी। सूचना पर पहुंची जमुनापार पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लिया और घायल को नयति में भर्ती कराया। SP सिटी अशोक मीणा इस मामले को आत्महत्या बता रहे हैं।

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पुलिस का ऐसा मानना है कि लाइसेंसी पिस्टल से कारोबारी ने पत्नी और बच्चों को मारकर सुसाइड किया है। बुलियन कारोबारी शहर के गऊघाट के निवासी हैं।

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