Sonbhadra News: बगैर डाक्टर होता मिला गंभीर मरीजों का उपचार, तीन अस्पतालों पर गाज
Sonbhadra News: जनपद में तीन अस्पतालों में बिना डाक्टरों के ही गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा था। एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए तीनो सील कर दिया।
Sonbhadra News: मानकों की अनदेखी कर तथा बगैर पंजीयन संचालित किए जा रहे अस्पतालों को लेकर न्यूजट्रैक की तरफ से चलाई गई खबर का अगले ही दिन बड़ा असर सामने आया है। एसडीएम रमेश कुमार और प्राइवेट चिकित्सालयों के नोडल डा. गुरू प्रसाद की अगुवाई वाली टीम के ने बृहस्पतिवार की दोपहर बाद जिला मुख्यालय स्थित अस्पतालों की चेकिंग करते हुए तीन के खिलाफ कार्रवाई की। बगैर चिकित्सक तथा बगैर प्रशिक्षित या रिकर्ड में दर्शाए गए स्टाप के गंभीर मरीजों का उपचार होता मिलने पर रामा हास्पिटल, होेपवेल हास्पिटल और तृषा हास्पिटल का ओटी व मेडिकल सील कर दिया गया है।
साथ ही पाई गई खामियों के बाबत अस्पताल संचालकों को नोटिस कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
नोडल डा. गुरू प्रसाद ने बताया कि चुर्क मोड़ के पास स्थित रामा हास्पीटल में बगैर चिकित्सक के चार गंभीर मरीजों को भर्ती कर उपचार होता मिला। तीन महिलाओं का सिजेरियन के जरिए डिलीवरी किया जाना पाया गया। वहीं एक महिला के बच्चेदारी का आपरेशन किया गया मिला। वहां मौजूद स्टाफों से पूछने पर जहां डाक्टरों के विषय में कोई जानकारी नहीं दी जा सकी। वहीं अस्पताल के रिकार्ड में जिन स्टाफों को दिखाया गया था, वह भी वहां मौजूद नहीं मिले। इसे मेडिकल एक्ट का उल्लंघन मानते हुए, अस्पताल में संचालित किए जा रहे मेडिकल और ओटी को तत्काल सील कर दिया गया। वहीं नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। इसी तरह उरमौरा स्थित होपवेल हास्पिटल और लोढ़ी स्थित तृषा हास्पिटल में भी पंजीयन के दौरान दर्शाए गए डाॅक्टर-स्टाफ नदारद मिले। होपवेल में बगैर चिकित्सक दो, तृषा में एक मरीजों का उपचार होता पाया गया। नोडल अधिकारी डा. गुरूप्रसाद के मुताबिक उन दोनों अस्पतालों के भी ओटी और मेडिकल को सील करने की कार्रवाई की गई। साथ ही जारी नोटिस में इस बात का भी जवाब मांगा गया है कि क्यों न अस्पताल का पंजीयन रद्द करते हुए प्राथमिकी दर्ज करा दी जाए।