ताबड़तोड़ एक्शन: सपा नेताओं पर ED का शिकंजा, दूसरे जा सकते हैं जेल
समाजवादी पार्टी के दो विधायक अपनी गैरकानूनी गतिविधियों की वजह से सरकारी एजेंसियों के शिकंज में जकडते दिखाई दे रहे हैं।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के दो विधायक अपनी गैरकानूनी गतिविधियों की वजह से सरकारी एजेंसियों के शिकंज में जकडते दिखाई दे रहे हैं। एटा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह को जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय की जांच टीम के सवालों का सामना करना पड सकता है तो फर्रुखाबाद जिला प्रशासन ने तो सपा की पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत को भूमाफिया घोषित कर दिया है।
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समाजवादी पार्टी की पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत को जिला प्रशासन ने वक्फ संपत्ति हथियाने का दोषी माना है और भूमाफिया की सूची में उनका नाम भी शामिल कर लिया है। फर्रुखाबाद के सर्वोदय नगर निवासी नाहर सिंह राजपूत ने जिला प्रशासन से शिकायत कर रखी है कि गांव नूरपुर की 3.65 एकड वक्फ की जमीन को दस्तावेज में हेराफेरी कर पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने अपने नाम दर्ज करा लिया है। शिकायत के तथ्यों की जांच एसडीएम सदर अनिल कुमार ने की है।
वक्फ मुतवल्ली के नाम में हेराफेरी
अपनी जांच रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि वक्फ मुतवल्ली के नाम में हेराफेरी कर फर्जीवाडे को अंजाम दिया गया है। पहले अपंजीकृत वसीयत के आधार पर जमीन को अजादार जैदी के नाम पर किया गया और वर्ष 2004 में अजादार जैदी की मृत्यु से एक दिन पहले अपंजीकृत वसीयत के आधार पर तीन करोड तीस लाख 31 हजार की जमीन को उर्मिला राजपूत के नाम किया गया। इस फर्जीवाडे के तथ्यों को आधार बनाकर जिला अधिकारी ने पूर्व विधायक को भूमाफिया घोषित किया है ।
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प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा
दूसरा मामला एटा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह का है जिन पर प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कस गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर रखा है। जांच एजेंसी ने फिलहाल जिला प्रशासन से उनकी चल - अचल संपत्तियों का ब्यौरा मांगा है। पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव के खिलाफ पहले से दर्ज शिकायतों को आधार बनाकर प्रवर्तन निदेशालय ने जांच शुरू की है। पूर्व विधायक आशीष यादव ने उनके खिलाफ जमीन पर कब्जे और आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करा रखा है। बताया जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय जल्द ही पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह और उनके भाई जुगेंद्र सिंह यादव को बुलाकर पूछताछ करेगा।
-अखिलेश तिवारी
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