खतरे में उज्जवला की जन्मभूमिः हैबतपुर सहित दर्जनों गांवों को बचाने की, जारी है मुहिम
योगी सरकार जातीय पूर्वाग्रह से ग्रसित है इसलिए हैबतपुर सहित दर्जन भर गाँव और बलिया शहर बचाने हेतु बांध नहीं बना रही है।श्री सिंह ने कहा की युवा चेतना चरणबद्ध आंदोलन के माध्यम से योगी सरकार को बांध निर्माण हेतु बाध्य कर देगी।
बलिया मालदेपुर मोड़ स्थित निवास पर पत्रकारों से बात करते हुए युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की हम निरंतरता के साथ उज्ज्वला योजना की जन्मभूमि हैबतपुर गाँव सहित दर्जन भर गाँवों को बचाने हेतु प्रयासरत हैं।
उज्जवला का शुभारंभ इसी गांव से हुआ था
श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मई 2016 को उज्ज्वला योजना का शुभारंभ हैबतपुर से किया था देश-विदेश में उज्ज्वला योजना का डंका भाजपा ने बजाया परंतु जिस गाँव से इस योजना को शुरू किया आज वही गाँव गंगा नदी के कटान से प्रभावित है और सरकार सोई है।
युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा की हैबतपुर,मुबारकपुर,मालदेपुर,दरामपुर,खोड़ीपाकड़,नसीराबाद,देवरिया,सरफ़ुद्दीनपुर,रामपुर महावल,विजयीपुर एवं बलिया शहर गंगा नदी के कटान से बुड़ी तरह प्रभावित हो गया है और सरकार सोई है।श्री सिंह ने कहा की बलिया से लेकर दिल्ली तक युवा चेतना बांध निर्माण हेतु प्रयासरत है परंतु सरकार मूर्ख बना रही है।
रोहित कुमार ने कहा की योगी सरकार बांध निर्माण के जगह कुँआ बनाने की बात कर रही है जिसे हम खारिज करते हैं।श्री सिंह ने कहा की बैरिया के दुबे छपरा में दो बार रिंग बांध बन सकता है तो फिर उज्ज्वला की जन्मभूमि को बचाने हेतु बांध बनाने में सरकार को आपत्ति क्यों है।
उन्होंने कहा की योगी सरकार जातीय पूर्वाग्रह से ग्रसित है इसलिए हैबतपुर सहित दर्जन भर गाँव और बलिया शहर बचाने हेतु बांध नहीं बना रही है।श्री सिंह ने कहा की युवा चेतना चरणबद्ध आंदोलन के माध्यम से योगी सरकार को बांध निर्माण हेतु बाध्य कर देगी।
श्री सिंह ने कहा की गाँव-घर बचाओ यात्रा को जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है।श्री सिंह ने कहा की 2022 में महापरिवर्तन हमारा लक्ष्य है और हम उसमें सफल होंगे।