आ गईं उमा भारती, अब सजेगा मंच और गूंजेगा जय श्री राम
राम मंदिर भूमी पूजन में कई बड़े नेताओं के शामिल होने और न होने पर असमंजस्य बरकरार है, लेकिन बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भूमि पूजन में शामिल होने की जानकारी दी है।
अयोध्याः राम मंदिर भूमी पूजन में कई बड़े नेताओं के शामिल होने और न होने पर असमंजस्य बरकरार है, लेकिन बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भूमि पूजन से पहले स्पष्ट कर दिया कि वे अयोध्या में आज होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगी। उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि जन्मस्थली के समारोह में शामिल होने का निर्देश मिला है, इसलिये वो उपस्थित रहेंगी। इसके पहले उन्होंने अयोध्या आने से मना कर दिया था।
उमा भारती भूमि पूजन के कार्यक्रम में शामिल होंगी
उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी अयोध्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में तैयार है। कई अतिथियों का आना शुरू हो गया है। इस बीच निमंत्रण मिलने के बाद से ही भूमिपूजन में न शामिल होने की बात कह रही उमा भारती ने आज बताया कि वे कार्यक्रम में शामिल होंगी। उमा भारती ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए लिखा, 'मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मर्यादा से बँधी हूँ । मुझे रामजन्मभूमी न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने शिलान्यास स्थली पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है । इसलिये मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहूँगी ।'
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भूमि पूजन में शामिल न होने की कही थी बात
बता दें कि इसके पहले जब उन्हें श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट ने कार्यक्रम का न्योता भेजा था तो उन्होंने इसमें शामिल न होने की बात कही थी। उन्होंने बताया था कि कोरोना संकट के चलते वे कार्यक्रम से दूरी बनाये रखेंगी।
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ट्वीट कर उन्होंने लिखा था, 'जब से मैंने अमित शाह के कोरोना पॉजिटिव होने का सुना, तभी से अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चिंतित हूं। इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारियों को सूचना दी है कि शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में सरयू के किनारे पर रहूंगी।'
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कोरोना के कारण उमा भारती ने पहले जाने से किया था मना
हालाँकि उन्होंने अयोध्या आने की हामी भरी थी और कहा था कि वे सरयू तट पर रहेंगी और वहां से पूजा करेंगी। दरअसल उनको इस बात की चिंता थी कि वे भोपाल से अयोध्या के लिए आ रही हैं, ऐसे में रास्ते में किसी संक्रमित व्यक्ति से मुलाकात होने का डर होने के कारण वे समारोह में पीएम मोदी व् अन्य से दूर रहना चाहती थी। ताकि संक्रमण का प्रसार होने की संभावना न हो। हालाँकि पीएम नरेंद्र मोदी की स्वास्थ्य की चिंता होने के चलते उन्होंने पीएम के जाने के बाद राम लला के दर्शन करने की बात कही थी।
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