कृषि कुंभ का केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह एवं मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

Update: 2018-10-26 07:41 GMT

लखनऊ: तीन दिवसीय कृषि कुंभ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की उत्तर प्रदेश में यह ऐतिहासिक कृषि कुंभ मेला पहली बार आयोजित किया जा रहा है। हम इस तकनीक के सहारे उत्तर प्रदेश में कृषि की संभावनाओं को और मजबूती प्रदान करने का काम करेंगे, जिससे लागत में कमी और उत्पादन में वृद्धि हो सके।

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कृषि के क्षेत्र में इजरायल और जापान ने काफी तरक्की की है, जिनकी तकनीक के माध्यम से हम अपने प्रदेश में भी समृद्धि ला सकेंगे। इससे हमारा सीधा लक्ष्य है कि किसानों आय दुगनी की जा सके। 23 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में उर्वरा शक्ति बहुत ज्यादा है।

एक वर्ष में पूरी दुनिया के लिए अन्य उत्पादन करने की क्षमता रखता है। यह प्रदेश परंतु जागरूकता के अभाव में हम अभी पीछे थे। भारत सरकार की मदद से हमने अनेको कार्यक्रम शुरू किए हैं। इसी दृष्टि से भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र समर्पित किए हैं, ताकि हम किसानों और अन्य दाताओं को उन्नति की ओर अग्रसर कर सकें।

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इनमें से ज्यादातर को हम जल्द ही शुरू कर देंगे। हमने किसानों को उन्नत बीज और बेहतर तकनीक के माध्यम से किसान को समृद्ध करने का प्रयास किया है और मेरा यह दावा है कि उत्तर प्रदेश का किसान देश का सबसे समृद्ध किसान बनेगा गन्ना उत्पादन में कभी उत्तर प्रदेश नंबर वन रहा।

बीच में यह स्थिति खराब हो गई लेकिन आज उत्तर प्रदेश फिर गन्ना उत्पादन में फिर से पहले नंबर पर हो गया है। देश के प्रधानमंत्री ने शपथ लेने के बाद पहला भाषण जो दिया उसने यही बात कही थी कि देश के अंदर गांव गरीब किसान और नौजवान महिलाएं तथा समाज के प्रत्येक पिछड़े तबके के वर्ग को हमें आगे ले जाना है।

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इससे उनकी मंशा पता चलती है कि पहली बार किसी सरकार ने इस वर्ग को अपने एजेंडे में रखा। परंतु मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि धरती माता के स्वास्थ्य का ख्याल भी उत्तर प्रदेश सरकार रखेगी। केंद्र सरकार ने पहली बार किसान सॉइल कार्ड की शुरूआत किया, जिसे किसानों की जमीनों की गुणवत्ता के बारे में उन्हें पूरी जानकारी मुहैया कराई गई।

14 लाख हेक्टेयर भूमि को हम सिंचाई के उपयुक्त बना लेंगे यह पहली बार होगा। अमरोहा संभल बिजनौर को भी हम बेहतर सिंचाई के लिए जल्द ही मजबूत कर लेंगे। इस वर्ष हम लोगों ने 53 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जिसका सीधा पैसा किसानों के खाते में भेज दिया गया, जिसको आरटीजीएस के माध्यम से पहुंचाया गया।

धान के लिए 20 रुपए प्रति कुंटल लगाई थी और सफाई के लिए राहत देगी सरकार। हमारी सरकार ने किसानों के हित में क्या लाभ मिलना चाहिए उस आधार पर सभी संस्थाओं के साथ मिलकर योजनाएं बनाई। चाहे किसी भी वर्क का किसान हो हम उसकी उन्नति के लिए कार्य कर रहे हैं गन्ना किसानों के जो बकाया 8000 करो रुपए हैं। उसे भी सरकार जल्द ही किसानों को मुहैया करा देगी।

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