IIT- BHU News: 13 छात्रों के निलंबन का मामला, NSUI ने किया प्रदर्शन, प्रशासन का ज्ञापन लेने से इनकार
IIT- BHU News: गैंगरेप मामले में न्याय की मांग कर रहे 13 छात्रों को विश्वविद्यालय के कुलपति ने निलंबित कर दिया है। निलंबन वापस लेने के लिए आज एनएसयूआई पूर्वी के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडे के नेतृत्व में एनएसयूआई के साथियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रदर्शन किया। आरोप है कि प्रशासन ने सरकार के दबाव में ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया।
IIT- BHU News: गैंग रेप के मामले में न्याय की मांग कर रहे 13 छात्रों को विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा निलंबित कर दिया गया, उनके निलंबन को वापस लेने के लिए एनएसयूआई पूर्वी के प्रदेशाध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय के नेतृत्व में एनएसयूआई साथियों ने आज प्रधानमंत्री कार्यालय पर प्रदर्शन किया। आरोप हैं कि सरकार के दबाव में प्रशासन ने ज्ञापन लेने से इंकार कर दिया। ऋषभ पाण्डेय ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में लगातार अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं, जो लोग इनका विरोध करते हैं, उनपर मुकदमे लगा कर विश्विद्यालय से निलंबित कर दिया जाता है।
जल्द बड़ा आंदोलन करेंगे
आईआईटी बीएचयू की छात्रा के साथ भाजपा आईटी वालों द्वारा किया गया बलात्कार साफ दर्शाता है कि प्रधानमंत्री अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी मित्र जो इसका विरोध कर रहे थे, उन्हें विश्वविद्यालय के कुलपति ने निलंबित कर दिया, जो संघी विचारधारा के हैं। हम सब इसका विरोध करते हैं। आज हम सब लोग शांतिपूर्ण गांधीवादी तरीके से ज्ञापन देने प्रधानमंत्री कार्यालय आ रहे थे, लेकिन हमें रोक दिया गया और ज्ञापन लेने से मना कर दिया गया। हम सबने इसका विरोध किया और प्रशासन के सामने ज्ञापन फाड़ दिया और ऐलान किया कि हम जल्द ही एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय, आयुष यादव, संदीप पाल, गौतम शर्मा, गौरव पटेल, आशुतोष पाण्डेय, निखिल मिश्रा, शिवम सेठ, प्रदीप पाल, सुजीत मौर्य, अनुराग पाठक, रविकांत शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।।
13 छात्रों को 15 दिन के लिए किया गया निलंबित
आपको बता दें कि 26 सितंबर को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन ने विश्वविद्यालय के 13 छात्रों को 1 महीने से 15 दिन के लिए निलंबित कर दिया है। निलंबन के साथ ही उन्हें छात्रावास और पुस्तकालय की सुविधा से भी वंचित कर दिया गया है। साथ ही इन छात्रों को 'असभ्य, आदतन अपराधी, विश्वविद्यालय प्रशासन के प्रति कम सम्मान रखने वाले, विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाले' कहा गया है। दरअसल, ये वे छात्र हैं जो IIT BHU में हुए सामूहिक बलात्कार के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे।