Unnao: अग्निशमन विभाग ने मॉक ड्रिल कर दुकानदारों को बताए आग बुझाने की ट्रेनिंग
Unnao: फायर विभाग के अधिकारियों ने पटाखा विक्रेताओं के साथ बैठक करने के साथ ही मॉक ड्रिल की गई। दुकानदारों को आग बुझाने के पर्याप्त तरीके बताए गए हैं।
Unnao: शहर के दोस्तीनगर मोहल्ला में पटाखा की भारी मात्रा में दुकानें लगती हैं। ऐसे में पहले से ही फायर विभाग के अधिकारियों ने पटाखा विक्रेताओं के साथ बैठक करने के साथ ही मॉक ड्रिल की गई। दुकानदारों को आग बुझाने के पर्याप्त तरीके बताए गए हैं। जिससे कोई भी घटना होने पर आग बुझा सके।
फायर स्टेशन परिसर में अग्निशमन विभाग ने की मॉक ड्रिल
सदर कोतवाली क्षेत्र के अचलगंज तिराहा स्थिति फायर स्टेशन परिसर में अग्निशमन विभाग की ओर से मॉक ड्रिल हुई। जिसमें शहर में पटाखों की दुकान लगाने वाले दुकानदारों को आधारभूत जानकारी दी गई। इस मौके पर अग्निशमन विभाग के इंस्पेक्टर शिव दरस प्रसाद के नेतृत्व में आग लगने के कारण, तरीके तथा उन पर तात्कालिक कार्रवाई करते हुए कैसे काबू पाया जाए। इसकी पूरी जानकारी दी गई।
दुकानदारों को आग पर काबू में करने की दी ट्रेनिंग
साथ ही दुकानदारों को प्रयोगात्मक तरीके से आग लगाकर उस पर विभिन्न माध्यमों से काबू में करने की ट्रेनिंग दी गई। इसमें एलपीजी सिलेंडर, बिजली उपकरण, तेल, कागज व कपड़े इत्यादि से लगने वाली आग और उस पर कैसे काबू पाया जाए तथा किन-किन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए यह विस्तारपूर्वक बताया गया। इस अवसर पर दमकल विभाग के कई पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे।
4 प्रकार की होती है आग
- पहला जनरल फायर कोयला, कपड़ा व कागज की आग इस श्रेणी में आती है। इसे पानी और सीओ-2 एक्सटीगाइजर (अग्निशामक) से बुझाते हैं।
- दूसरा डीजल व पेट्रोल की आग इस श्रेणी में आती हैं। इसे डीसीपी एक्सटीगाइजर एवं फोम एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।
- रासायनिक व बिजली शॉर्ट सर्किट और बिजली से लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी एवं सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।
- धातु आग किसी भी धातु में लगी आग इस श्रेणी में आते हैं। इसे डीसीपी सीओ-2 एक्सटीगाइजर से बुझाते हैं।