उन्नाव में चुनावी रंजिश में 12 साल के बच्चे की हत्या
फतेहपुर चौरसिया पुलिस थाने में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान के पति रणधीर सिंह सहित सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है;
तस्वीर (साभार-सोशल मीडिया)
लखनऊ : पंचायत चुनावों ( Panchayat Elections ) के दौरान हुए आपसी विवादों और रंजिश का असर अब देखने को मिल रहा है। कई जिलों में हत्याएं और हो रहे जानलेवा हमलों के बीच उन्नाव ( Unnao) जिले में बेहद दर्दनाक घटना सामने आई है। यहाँ दो गुटों के बीच आपसी रंजिश (Mutual Rivalry) के दौरान गोली चलने से एक 12 साल के मासूम की गोली से मौत हो गई। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ( Hospital) में भर्ती कराया गया है ।
उधर पुलिस ने मामले में फतेहपुर चौरसिया पुलिस थाने में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान के पति रणधीर सिंह सहित सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि पंचायत चुनाव परिणाम के बाद रंजिशन ये घटना हुई। पूरे मामले की जांच की जा रही है। वहीं गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।
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परिवारजनों के साथ की मारपीट
बताया जाता है कि जनपद उन्नाव के फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के अटवा गांव में प्रधानी का चुनाव जीतने वाली अनुराधा सिंह के पति रणधीर सिंह और उसकी प्रतिद्वंदी रहीं सीमा पाल के पति मनोज पाल के बीच ये विवाद शुरू हुआ। जिसके बाद शाम जब गांव में बिजली नहीं थी, तभी रणधीर सिंह हारी हुईं प्रत्याशी सीमा पाल के घर पहुंच गए। आरोप है कि रणधीर सिंह ने लाठी डंडे से मनोज और उसके परिवारजनों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि इस दौरान परिवार की महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया और उनके साथ भी मारपीट की गई। मनोज पाल की मां के सिर पर रॉड से प्रहार किया गया। इसके बाद किसी ने गोली चला दी, जो मनोज पाल के 12 वर्षीय भतीजे की पीठ में लगी।
तस्वीर (साभार-सोशल मीडिया)
गांव में फैली दहशत
इसके बाद पूरे गाँव में गोली चलने से गांव में दहशत फैल गई। सूचना मिलते ही गांव में पुलिस मौके पर पहुंच गई। उधर गोली लगने से घायल मनोज पाल के भतीजे को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं इस झगड़े में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है ।
प्रधान प्रत्याशी सीमा पाल ने बताया कि रणधीर सिंह चाहता था, कि उसकी पत्नी निर्विरोध चुनाव जीते, लेकिन उसके सामने चुनाव लड़ने के लिए सीमा आ गईं. बस इसी बात को लेकर रणधीर सिंह उनसे रंजिश मानने लगा था।