Unnao News: बिजली विभाग ने मानी गलती, एसडीओ, जेई, अधिशासी अभियंता, निलंबित केस होगा दर्ज

Unnao News: बिजली विभाग की करतूतों ने एक शख्स की जान ले ली है। एक बार नहीं बल्कि दो बार विभाग ने युवक के नाम पर खपत से कई गुना ज्यादा बिजली बिल भेज दिया। विभाग ने इतने ज्यादा बिजली बिल भेजे कि युवक सदमे में चला गया और उसने आत्महत्या कर ली। मृतक युवक के परिजनों ने बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

Report :  Shaban Malik
Update:2024-10-10 15:51 IST

unnao News (Pic-Newstrack)

Unnao News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बिजली विभाग की लापरवाही के चलते एक गरीब परिवार का चिराग चला गया। पीड़ित परिवार ने बिजली विभाग पर आरोप लगाया था कि बिजली का बिल बढ़ा हुआ भेजा जा रहा था जिससे मानसिक प्रताड़ना के चलते उनके बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पहले बिजली विभाग के अधिकारी सफाई दे रहे थे कि मौत की वजह बढ़ा हुआ बिजली बिल नहीं है, लेकिन मृतक का कहना था कि उसने पारिवारिक कारणों से आत्महत्या की है, लेकिन अब बिजली विभाग ने अपनी गलती मान ली है और जिले के तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

बिजली विभाग की करतूतों ने एक शख्स की जान ले ली है। एक बार नहीं बल्कि दो बार विभाग ने युवक के नाम पर खपत से कई गुना ज्यादा बिजली बिल भेज दिया. विभाग ने इतने ज्यादा बिजली बिल भेजे कि युवक सदमे में चला गया और उसने आत्महत्या कर ली। मृतक युवक के परिजनों ने बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोपों के बाद बिजली मंत्री एके शर्मा ने एक्शन लिया है। बिजली मंत्री ने सोशल मीडिया पर बताया कि इलाके के जूनियर इंजीनियर आशीष सिंह और एसडीओ रवि यादव को सस्पेंड कर दिया गया है और दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. साथ ही एक्सईएन शुक्लागंज सूर्योदय कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है, ये जानकारी ऊर्जा मंत्री ने एक्स पोस्ट में दी है।

पहले लाखों और अगले महीने हजारों रुपये का बिजली बिल आने से परेशान मजदूर ने बीते बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव भूसे के कमरे में फंदे से लटकता मिला। पिता ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर मनमाना बिल भेजकर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है। इस दौरान ग्रामीणों ने हंगामा भी किया। हालांकि पुलिस ने उन्हें समझाकर शांत करा दिया। अचलगंज थाना क्षेत्र के कुशलपुर वसैना गांव निवासी शुभम राजपूत (30) मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। पिता महादेव ने बताया कि शुभम ने वर्ष 2022 में 600 रुपये जमा कर घर में बिजली का कनेक्शन लिया था। घर में दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी के अलावा कोई विद्युत उपकरण नहीं है। एक सितंबर 2024 को विभाग ने 1.09 लाख रुपये का बिजली बिल भेज दिया। काफी भागदौड़ के बाद बिल संशोधित कर 16,377 रुपये कर दिया गया। शुभम ने किसी तरह गेहूं व अन्य अनाज बेचकर पैसों का इंतजाम किया और 14 सितंबर को पूरा बिल जमा कर दिया। सात अक्तूबर को विभाग ने 8233 रुपये का बिल भेज दिया। इससे शुभम मानसिक रूप से परेशान हो गया। गत बुधवार सुबह वह अचानक घर से निकल गया। काफी देर तक वापस न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश की तो घर के पास भूसे के कमरे में दुपट्टे के फंदे से उसका शव लटकता मिला। पिता महादेव ने बिजली विभाग पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वह (पिता) और बेटा मजदूरी कर परिवार चलाते हैं। ज्यादा बिल आने और उसे कम कराने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की जेब भरने से शुभम परेशान था। इसी कारण उसने आत्महत्या कर ली।

मामला जब मीडिया में गया तो बिजली बिल ज्यादा आने पर अधिकारियों को फटकार लगाई गई। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। इलाके के जूनियर इंजीनियर आशीष सिंह और एसडीओ रवि यादव को सस्पेंड कर दिया गया है और दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही एक्सईएन शुक्लागंज सूर्यदाय कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। यह जानकारी ऊर्जा मंत्री ने एक्स-पोस्ट में दी है। उधर, बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर राम प्रीत प्रसाद ने कहा कि यह खबर सही नहीं है। भुगतान के लिए कोई दबाव नहीं था।

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