UP Assembly: ई-विधान कार्यक्रम में बोले सीएम योगी, कहा-तकनीक का इस्तेमाल करे, पिछलग्गू न बने

UP Assembly: विधानसभा में आज ई विधान के तहत हुए कार्यक्रम के दौरान मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तकनीकी से जुड़ना होगा, उसका पिछलग्गू नहीं बनना है।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2022-05-20 09:28 GMT

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने आज कहा कि सदन में विपक्ष आलोचनात्मक हो सकता हैं पर उनके तथ्यात्मक प्रश्नों से जनता का बड़ा हित भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि सदस्यों को चाहिए कि वह तकनीक का इस्तेमाल कर अधिक से अधिक जनहित मे काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करे पर उसके पिछलग्गू न बने।

डिजिटली मिशन को वन नेशन वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत बढ़ाया: सीएम

विधानसभा में आज ई विधान के तहत हुए कार्यक्रम के दौरान मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि अत्यधिक तकनीक के चलते कहीं ऐसा न हो कि जनता से संपर्क ही टूट जाए। उन्होंने कहा कि जनता से वर्चुअली जुड़ेंगे तो चुनाव के समय जनता भी कहेगी कि वोट भी अब वर्चुअली ही लेना। इससे हमको बचना होगा,तकनीकी से जुड़ना होगा, उसका पिछलग्गू नही बनना है। योगी ने ई-विधान प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि हम प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) के डिजिटली मिशन को वन नेशन वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत बढ़ाया जा रहा है। शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में आपकी बड़ी भूमिका होती है।

दो वर्ष पहले ही यूपी में पेपरलेस बजट को प्रस्तुत किया था: योगी

योगी ने कहा कि दो वर्ष पहले ही यूपी में पेपरलेस बजट को प्रस्तुत कर लिया था। अब प्रधानमंत्री के वन नेशन वन एप्लिकेशन कार्यक्रम के तहत हमारी विधानसभा ई-विधान के तहत काम करेगी। उन्होंने कहा कि आम जनमानस के कल्याण के लिए क यह एक सकारात्मक प्रयास शुरू है। योगी ने कहा कि17वीं विधानसभा में भी हमने चुनौतियों के बीच मे रास्ता बनाने का कार्य किया। हमारे सदस्यों को लोकसभा की कार्य व्यवस्था को देखना होगा, उससे सीखना होगा, सवाल पूछने और उसपर कितने सप्लीमेंट्री पूछे जा सकते हैं, इन सभी मुद्दों को जानना जरूरी है।

आत्मा अवलोकन करने का समय: योगी

योगी ने कहा कि वर्ष आज़ादी का अमृत वर्ष है, यह हमें आत्मा अवलोकन करने का भी समय है। पिछले 75 वर्ष में क्या कार्य हुए, पिछले 8 वर्ष मे क्या कार्य हुए और आने वाले 25 वर्ष में क्या कार्य किये जा सकते हैं। इसे हमको सोचना होगा, लक्ष्य तय करने होंगे।

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