यूपी एटीएस ने बांग्लादेशी छात्र को देवबंद से किया गिरफ्तार, देश विरोधी गतिविधियों में था शामिल

यूपी एटीएस विंग ने सहारनपुर ज़िले के देवबंद स्थित दारुल-उल-उलूम मदरसे से एक छात्र को गिरफ्तार किया है। युवक ने खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताते अपना नाम तलहा बताया है।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-04-29 15:44 IST

गिरफ्तार किया गया छात्र। 

Action Against Terrorism: उत्तर प्रदेश में संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त लोगो को धर-दबोचने की कवायद में यूपी एटीएस (UP ATS) विंग को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। यूपी के एटीएस चीफ एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार (ATS Chief ADG Law and Order Prashant Kumar) के मुताबिक बांग्लादेशी/रोहंग्या के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में एटीएस विंग को सूचना मिली कि एक छात्र सहारनपुर ज़िले के देवबंद स्थित दारुल-उल-उलूम मदरसे में रहकर पढ़ाई कर रहा है, जिसकी गतिविधियां संदिग्ध है। यूपी एटीएस की टीम ने एटीएस की फील्ड यूनिट के कार्यालय में संदिग्ध छात्र को कार्यालय बुलाया पूछताछ में छात्र संतोषजनक जवाब न देने पर जब कड़ाई से पूछताछ की गई, जो युवक ने खुद को बांग्लादेशी नागरिक बताते अपना नाम तलहा बताया।

देवबंद के दारुल-उल-उलूम में छात्र बनकर छिपा था बांग्लादेशी नागरिक

सहारनपुर के देवबंद स्थित दारुल-उल-उलूम के कमरा नं, 61 दर-ए-जदीद में रहकर अरबी आलिम की 8वी कक्षा की पढ़ाई कर रहा है एटीएस अफसर के मुताबिक उसका नाम तलहा तालुकदार बिन फारूक है जो की ग्राम बरगुआली,थाना दाऊद कंदी, जिला कुम्मिला डिवीज़न चाटोग्राम,बांग्लादेश का अरेहने वाला है

अवैध पपत्रो के जरिये बना भारतीय नागरिक

एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा के मुताबिक पकडे गए बांग्लादेशी नागरिक के पास से आधार कार्ड,पैन कार्ड,दारुल-उल-उलूम का आईडी कार्ड लाइफ टाइम मेम्बरशिप कार्ड,बांग्लादेशी मुद्रा,बांग्लादेशी पासपोर्ट की छायाप्रति व 150 रुपये भारतीय ब्मुद्रा बरामद की है एडीजी नवीन अरोड़ा के मुताबिक ये फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनवाकर इसको यहाँ रुकवाने वाला कौन है और किस उद्देश्य से यहाँ रुका था इन सबकी जांच कराई जायेगी साथ ही इसके भारतीय नेटवर्क के बारे में गहनता से जांच की जायेगी |

पुलिस कस्टडी रिमांड मेंलेकर होगी पूछताछ

एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा के मुताबिक अभियुक्त के खिलाफ सहारनपुर के देवबंद थाने में जालसाज़ी,कूटरचित दस्तावेज़ का इस्तेमाल करना व् 14/14 बी विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया गया है और जल्द कोर्ट से पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर नटवर्क खंगालने का काम करेंगे की आखिर छात्र बनकर दारुल-उल-उलूम में रुकने का मकसद क्या था और साथ ही कौन कौन लोग इसके संपर्क में थे और इस वक्त कहा है

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